US Capitol Violence: कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा भड़काने वालों की तलाश में जुटी एफबीआई, लोगों से भी मांगी मदद

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अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा पूरी दुनिया के लिए सुर्खियां बनी। दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में भीड़ ने कैपिटल बिल्डिंग में जाकर उत्पाद मचाया, जिसकी हर जगह आलोचना हुई। इस उत्पाद के पीछे अमेरिकी के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जिम्मेदार माना जा रहा है।

ऐसा इसलिए क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों को भड़काऊ भाषण से उकसाया था। हालांकि इस हिंसा को अंजाम देने वाले हर एक शख्य पर अब कार्रवाई की जाएगी। फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन ने एक बयान जारी कर उन सभी उपद्रवियों की जानकारी मांगी है, जिन्होंने इस हिंसा में हिस्सा लिया था।

इस बयान में बताया गया है कि एफबीआई उन लोगों की तलाश कर रहा है, जो इन उपद्रवियों की पहचान करने में उनकी मदद करेंगे। बयान में कहा गया है कि एफबीआई कैपिटल हिल और वॉशिंगटन डीसी के आस-पास के इलाकों में हुई हिंसा और दंगों के लिए टिप और डिजिटल मीडिया को भी स्वीकार कर रहा है।

जांच एजेंसी ने लोगों से आगे आकर मदद करने की अपील की है। एफबीआई ने कहा कि अगर आपने हिंसा की घटनाओं को होते हुए देखा है तो हम आपसे अपील करते हैं कि आप fbi.gov/USCapitol पर इस घटना से संबंधित कोई फोटो, वीडियो या जानकारी जमा करा सकते हैं।

इसके अलावा एफबीआई ने लोगों से अपील की है कि वो 1-800-225-5324 पर कॉल करके जांच से संबंधित किसी जानकारी या टिप को साझा कर सकते हैं। एफबीआई ने अपने बयान में कहा कि वो हिंसा और दूसरे आपराधिक गतिविधि से सभी नागरिकों को बचाते हुए जनता के संवैधानिक को संरक्षित करने के अपने उद्देश्य का पालन करती है।

बता दें कि ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल में घुसकर तोड़-फोड़ की थी, जो बाद में हिंसा में बदल गई। ट्रंप बार-बार अपने समर्थकों से ये कह रहे थे कि उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में जीत मिली है। उन्होंने अपने समर्थकों से जो बाइडेन के सर्टिफिकेट को रोकने का आग्रह किया था। यही कारण था कि वो भीड़ कैपिटल हिल में घुसी और वहां तोड़-फोड़ की।

इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं हिंसा के चलते 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा राजधानी वॉशिंगटन डीसी में आपातकाल लागू कर दिया है।