सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि उत्पादों के पक्ष में बोलते हुए डॉक्टरों और एलोपैथी का उपहास करने के लिए योग गुरु की खिंचाई करते हुए मंगलवार को कहा, रामदेव को एलोपैथी और अन्य चिकित्सा प्रणालियों का “दुरुपयोग” करने से खुद को रोकना चाहिए।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) द्वारा दायर एक याचिका पर केंद्र सरकार और पतंजलि आयुर्वेद को नोटिस जारी करते हुए, भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एनवी रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने एलोपैथी का उपहास करने के लिए पतंजलि द्वारा जारी किए गए कई विज्ञापनों की सामग्री पर आपत्ति जताई। विज्ञापन के चलते एलोपैथी दवाओं न लेने के कारण रामदेव को उनकी मौतों और बीमारियों के लिए जिम्मेदार ठहराया।
लखनऊ 17 फरवरी। जीवन में स्वास्थ्य का महत्व सर्वोपरि है। आज कल सब लोगो को…
लखनऊ की पूर्व एंकर इति राज ने मिसेज इंडिया यूनिवर्सल 2023 फर्स्ट रनरअप का खिताब…
2002 के गुजरात के गोधरा कांड पर आधारित फिल्म ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ का टीजर…
1971 में अस्तित्व में आए बांग्लादेश चीनी कर्ज में फंसता जा रहा है. बांग्लादेश के…
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर नई संसद में…
तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नमलाई ने चेन्नई सुपरकिंग्स को पांचवीं बार आईपीएल विजेता बनने…