चीन अपने नामचीन कामो और जासूसी के लिए काफी फेमस है।, हालही में अमेरिका के ऊपर चीन ने अपने जासूसी बैलून को भेज कर अमेरिका की जासूसी करने की कोशिश किया। इस बात पर अमेरिका ने एक और खुलाशा किया की ये जासूसी बैलून सिर्फ अमेरिका और भारत पे ही नहीं अन्य 40 देशो में भेजा गया है। अमरीका ने अपने फाइटर प्लैने की मदत से बुधवार को इससे उड़ा दिया।
स्पाई बैलून का क्या है इतिहास
स्पाई बैलून का इतिहास द्रितीय विश्वयुद से जुड़ा है , उस समय इन बैलून का इस्तेमाल अपने दुश्मनो की गतिविधिया की जानकारी जानने लिए होता था। बैलून आकार में बड़े होने के कारण और जमीन से काफी उचाई पे होने की वजह से इनका इस्तेमाल मौसम की जानकारी के लिए होता था। लेकिन इनकी क्षमता को देखते हुए इनका इस्तेमाल जासूसी कामो में होने लगा।
सैटेलाइट के मुकाबले ज्यादा अच्छी तरह से करते है स्कैन
स्पाई बैलून अपनी समता की वजह से जमीन से 60, 000 फ़ीट की उचाई तक उड़ सकते है जो की किसी भी पलाइन से की उचाई से कई गुना ज्यादा है। इसी वजह से इसका पता लगाना मुश्किल होता है बैलून किसी भी क्षेत्र को सैटेलाइट के मुकाबले ज्यादा अच्छे तरीके से स्कैन कर लेता है। सैटेलाइट में आपको किसी भी जगह की स्कैनिंग के लिए आपको काफी ज्यादा कीमत वाले स्पेस स्कैनर्स चाहिए जबकि बैलून में उसी कीमत पे आप आसानी से कर सकते है।