शहरों के नाम को लेकर चर्चा जोरो पे है , जैसे राजाधानी लखनऊ का नाम बदलकर लक्षमणपुरी रखने का प्रस्ताव लिख कर भेज दिया गया है। सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जब एक पत्रकार ने पूछा की इस्पे आपकी क्या राय है तो अखिलेश ने जवाब देते हुए कहा की , नाम बदलने से क्या होगा मेज को कुर्शी बोल देने से वो कुर्शी तो बन नहीं जाएगी , देश की राजधानी तो लखनऊ ही रहेगी।
आगे बताते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव कहते है की इनकी सिर्फ नाम बदलना अत काम करना नहीं , ऐसे ही चलता रहा तो अगली बार जनता इन्हे बदल देंगी।, सरकारी स्कूल में पड़े कैसे हो रही है क्या वो वयवस्था मिल रही है की नहीं , इन सब चीज़ो पे न ध्यान देकर बस शहर के नाम बदलने पे ध्यान दिया जाता है।
बताते चले इन सब बातो के बीच अखिलेश यादव ने ये भी कहा की उनको लैंडिंग की परमिशन न मिलने के पीछे भी भाजपा का ही हाथ , जबकि हवाई पट्टी एक दम ठीक थी। ये सरे एक्सटेंशन हमारी सरकार में हुए थे फिर भी ऐसा किया इन्होने , अखिलेश ने ये भी कहा की भाजपा को सपा को परेशान करने में मजा आता है।