विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या 8.12 करोड़ को पार कर गई है वहीं मृतकों का आंकड़ा भी 17.73 लाख से ज्यादा हो चुका है। इस बीच, ट्रंप ने अंतत: कोविड-19 की मार से निपटने के लिए 900 अरब डॉलर के वैश्विक महामारी राहत पैकेज पर भी हस्ताक्षर कर दिए हैं। इससे पहले ट्रंप इस बिल पर दस्तखत से इनकार कर चुके हैं।
इस राहत राशि का इस्तेमाल कोरोना वायरस महामारी के दौरान बुरी तरह प्रभावित हुए कारोबारियों एवं जरूरतमंद लोगों की मदद करने और बेरोजगारों के लिए किया जाएगा। इसमें टीकाकरण के लिए भी प्रावधान है। पैकेज के तहत बेरोजगारों को हर हफ्ते 300 डॉलर मिलेंगे जबकि जरूरतमंदों को 600 डॉलर मिलेंगे।
इस बिल पर ट्रंप के दस्तखत करने के साथ ही अमेरिका में संक्रमण से जूझ रहे नागरिकों और आर्थिक बदहाली का शिकार बेरोजगारों के लिए उम्मीदें बढ़ गई हैं। ट्रंप ने इस बिल पर इसलिए हस्ताक्षर से इनकार किया था क्योंकि वे राहत राशि एक दंपती को 600 डॉलर के बजाय 2,000 या 4,000 डॉलर करना चाहते थे।
इस बीच, दक्षिण अफ्रीका में भी हालात बिगड़ने लगे हैं। यहां अस्पतालों में बिस्तरों और ऑक्सीजन की कमी होने लगी है। दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा इस मुद्दे पर नए साल की छुट्टियां रद्द कर शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुला सकते हैं। यहां शराब की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है और कर्फ्यू को भी सख्त कर दिया गया है।
साप्ताहिक ‘संडे टाइम्स’ ने एक सरकारी सूत्र के हवाले से कहा, ‘मैं पूरे भरोसे से बता सकता हूं कि (रामाफोसा की बुलाई) बैठक मंगलवार को होगी, जिसमें इस बात पर विचार-विमर्श किया जाएगा कि तेजी से बढ़ रहे इस संक्रमण को कैसे काबू में किया जा सकता है।’ देश में पिछले एक सप्ताह से संक्रमण के रोजाना 14,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।