अमेरिका में आर्कटिक ब्लास्ट से हालात बदतर, -79 डिग्री ठंड से लॉकडाउन जैसी स्थिति..

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आर्कटिक ब्लास्ट में इसी हिस्से से ठंडी हवा का बड़ा सा गोला कनाडा के रास्ते से अमेरिका पहुंचता है. इसके चलते अमेरिका के अधिकतर हिस्सों में तापमान अचानक से काफी नीचे गिर जाता है. ऐसी हालत में पारा कुछ ही घंटों में 11 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा गिर सकता है. आर्कटिक ब्लास्ट में इसी हिस्से से ठंडी हवा का बड़ा सा गोला कनाडा के रास्ते से अमेरिका पहुंचता है. इसके चलते अमेरिका के अधिकतर हिस्सों में तापमान अचानक से काफी नीचे गिर जाता है. ऐसी हालत में पारा कुछ ही घंटों में 11 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा गिर सकता है.

अधिकतर हिस्सों में तापमान अचानक से काफी नीचे गिर जाता

दरअसल नॉर्थ पोल के आसपास के इलाके को आर्कटिक कहा जाता है. आर्कटिक ब्लास्ट में इसी हिस्से से ठंडी हवा का बड़ा सा गोला कनाडा के रास्ते से अमेरिका पहुंचता है. इसके चलते अमेरिका के अधिकतर हिस्सों में तापमान अचानक से काफी नीचे गिर जाता है. ऐसी हालत में पारा कुछ ही घंटों में 11 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा गिर सकता है. इतना ही नहीं मैदानी इलाकों में तो तापमान -57 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता इस तरह तेजी से घट रहे तापमान को देखते हुए न्यूयॉर्क सहित न्यू इंग्लैंड के मैसाचुसेट्स, न्यू हैम्पशायर, रोड आईलैंड, वर्मोंट, कनेक्टिकट और मेन में लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है और उन्हें घर में ही रहने की सलाह दी गई है. मेन में ठंड का लगभग 40 साल का रिकॉर्ड टूट गया है.

इतनी भीषण ठंड के चलते बोस्टन, वॉर्सेस्टर और मैसाचुसेट्स में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. इतना ही नहीं बोस्टन के मेयर ने शहर में इमरजेंसी घोषित करते हुए वॉर्म सेंटर्स खोले हैं. कनाडा से US की ओर बहने वाली आर्कटिक हवाओं के चलते तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. काबेतोगामा, मिनेसोटा, ओंटारियो के पास दिन में तापमान -39 डिग्री रहा.

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