केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश कर रही हैं. उन्होंने अपने बजट भाषण के दौरान कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर, और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है. कोविड महामारी के दौरान, हमने यह सुनिश्चित किया कि 28 महीनों के लिए 80 करोड़ से अधिक व्यक्तियों को मुफ्त खाद्यान्न की आपूर्ति करने की योजना के साथ कोई भी भूखा न सोए.
7 लाख तक की आय पर 0 टैक्स का प्रावधान रखा गया
दरअसल मध्यमवर्गीय परिवार के लिए नई कर व्यवस्था सबसे खास रही जिसमें सरकार द्वारा 7 लाख तक की आय पर 0 टैक्स का प्रावधान रखा गया है। जी हां बजट 2023-24 की 7 प्रमुख प्राथमिकताएं क्या हैं ये हम बताते हैं समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुंचना, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा और वित्तीय क्षेत्र गिनाईं. उन्होंने कहा कि दुनिया ने भारत को एक चमकते सितारे के रूप में मान्यता दी है, चालू वित्त वर्ष के लिए हमारी आर्थिक वृद्धि 7.0% अनुमानित है, यह महामारी और युद्ध के कारण बड़े पैमाने पर वैश्विक मंदी के बावजूद सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है. निर्मला सीतारमण ने बजट 2023-24 की प्रस्तुति के दौरान कहा, ‘पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड पर काम किया जाएगा.
फ़िलहाल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के इस समय में, भारत की G20 अध्यक्षता हमें विश्व आर्थिक व्यवस्था में अपने देश की भूमिका को मजबूत करने का एक अनूठा अवसर देती है. 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के लिए जीवन की बेहतर गुणवत्ता और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित किया है. प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है. इन 9 वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार दुनिया में 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ा है.