कोरोना का असर: इस रमजान में मक्का जाना आसान नहीं, केवल ‘स्वस्थ’ तीर्थयात्रियों को ही मिलेगी एंट्री, अरब सरकार ने जारी किए दिशा-निर्देश

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वैश्विक महामारी कोरोना का असर एक बार फिर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और आने वाले रमजान का महीना के मद्देनजर सऊदी अरब सरकार ने मक्का आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सऊदी अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इस बार मक्का में हज के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों में सिर्फ ‘स्वस्थ’ लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा यानी जिनमें कोरोना वायरस बीमारी का कोई लक्षण न हो।

सऊदी अरब के हज और उम्रह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि तीन श्रेणियों के लोगों को ‘स्वस्थ’ माना जाएगा- पहला, जिन लोगों ने वैक्सीन की दो खुराकें लीं हुई हैं, दूसरा उन लोगों जिन्होंने कम से कम 14 दिन पहले पहली खुराक ली हो और तीसरा वे लोग जो संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। केवल वे लोग ही उम्रह करने के लिए और पवित्र शहर मक्का के ग्रैंड मस्जिद में नमाज अता करने के लिए प्रवेश के पात्र होंगे। बता दें कि उम्रह मक्का के लिए एक इस्लामी तीर्थयात्रा है, जिसे साल में किसी भी समय ‘हाजी’ बनने के लिए पूरा किया जा सकता है।

अधिकारियों ने कहा कि यही शर्त पवित्र शहर मदीना में पैगंबर की मस्जिद में प्रवेश के लिए भी लागू होंगी। मंत्रालय ने कहा कि यह दिशा-निर्देश रमजान से शुरू होंगे, जो इस महीने के अंत में शुरू होने वाली है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब तक लागू रहेगी।

यह भी स्पष्ट नहीं है कि क्या यह दिशा-निर्देश, जो सऊदी अरब में कोरोना वायरस संक्रमणों के बीच लागू किया गा है, को इस वर्ष के अंत में वार्षिक हज यात्रा के लिए बढ़ाया जाएगा।