चीन में हजारों युवा नौकरी की आस में मंदिरों के चक्कर काट रहे हैं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार चीन में मंदिरों के चारों ओर सैकड़ों मीटर लंबी कतारें युवाओं से पटी पड़ी हैं. धीरे-धीरे कोरोना वायरस महामारी से वापस सामान्य हो रहे चीनी दिनचर्या में कई युवा निराशा में घिरे हुए हैं. 22 वर्षीय वांग शियाओनिंग ने एजेंसी से बातचीत में नौकरी खोजने का दबाव और आवास की लागत को पहुंच से बाहर बताते हुए कहा कि वह मंदिरों में कुछ शांति पाने की उम्मीद में आते हैं.
दरअसल वांग रिकॉर्ड 11.58 मिलियन विश्वविद्यालय स्नातकों में से एक हैं, जो पिछले साल के कड़े जीरो कोविड लॉकडाउन नियम के साथ-साथ प्रौद्योगिकी और शिक्षा क्षेत्रों में आई मंदी के दौर में नौकरी की आस लगा रहे हैं. इस साल चीन में मंदिरों में आने वाले लोगों की तादाद में खासी वृद्धि देखी गई है. यात्रा बुकिंग प्लेटफॉर्म Trip.com ने कहा कि 2022 की तुलना में इस वर्ष अब तक मंदिर के दर्शनार्थी 310% अधिक हैं. मंदिर में आए 19 वर्षीय चेन ने बताया कि वह राजधानी बीजिंग में मौजूद प्रतिष्ठित लामा मंदिर में अपने करियर की संभावनाओं के लिए प्रार्थना कर रही थी. चेन ने कहा कि उन पर नौकरी पाने का दबाव काफी अधिक है.
लखनऊ 17 फरवरी। जीवन में स्वास्थ्य का महत्व सर्वोपरि है। आज कल सब लोगो को…
लखनऊ की पूर्व एंकर इति राज ने मिसेज इंडिया यूनिवर्सल 2023 फर्स्ट रनरअप का खिताब…
2002 के गुजरात के गोधरा कांड पर आधारित फिल्म ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ का टीजर…
1971 में अस्तित्व में आए बांग्लादेश चीनी कर्ज में फंसता जा रहा है. बांग्लादेश के…
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर नई संसद में…
तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नमलाई ने चेन्नई सुपरकिंग्स को पांचवीं बार आईपीएल विजेता बनने…