मुख्यमंत्री योगी का निर्देश – NCR की तर्ज पर बनेगा ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र’, लखनऊ के आसपास के जिले किए जाएंगे शामिल

649
cropped-cm-yogi.jpg

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान अधिकारियों से एनसीआर की तर्ज पर ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र’ गठित करने की योजना पर काम करने को कहा। इस दौरान सीएम योगी ने आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, आवास विकास परिषद और सभी शहरी विकास प्राधिकरणों की समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि विकास परियोजनाओं का निर्धारण करते समय आगामी 50 सालों की स्थिति को ध्यान में रखें। मास्टर प्लान में सुनियोजित विकास का पूरा खाका होना चाहिए। हर विकास प्राधिकरण/नगरीय निकाय में टाउन प्लानर की तैनाती की जाए।

मुख्यमंत्री योगी ने मीटिंग के दौरान कहा कि अलग-अलग शहरों से लोग यहां आकर अपना स्थायी निवास बनाना चाहते हैं। आस-पास के जिलों में भी जनसंख्या का दवाब बढ़ रहा है और कई बार अनियोजित विकास की शिकायतें भी मिलती हैं। ऐसे में भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र’ का गठन किया जाना चाहिए। इस राज्य राजधानी क्षेत्र में लखनऊ के साथ-साथ उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी, कानपुर नगर और कानपुर देहात को शामिल किया जा सकता है।


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के प्लान पर तेजी से काम किया जाए। यह प्रयास वैश्विक पटल पर अयोध्या को एक खास पहचान देने वाला होगा। अयोध्या से पूरी दुनिया को ऊर्जा संरक्षण का महान संदेश मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिए, यहां के ऐतिहासिक स्थलों पर भित्ति चित्र कलाकृति, राम कथा गैलरी, ओपन एयर थियेटर से जुड़े काम समय से पूरे होने चाहिए। रामायण परंपरा की ‘कल्चरल मैपिंग’ कराई जाए। इसी प्रकार, राम वन गमन पथ पर रामायण गैलरी का निर्माण कराने की कार्यवाही हो।