कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन के बीच बुधवार को विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला. राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले नेताओं में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी थे. रामनाथ कोविंद से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी ने किसानों के समर्थन में कहा कि हिंदुस्तान का किसान डरेगा नहीं. जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाते, किसान हटेंगे नहीं.
राहुल गांधी ने कहा कि किसान ने इस देश की नींव रखी है और वो दिनभर इस देश के लिए काम करता है. जो कानून पास किए गए हैं, वो किसान विरोधी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा था कि ये कानून किसानों के हित के लिए हैं. सवाल उठता है कि अगर ये किसानों के हित में हैं तो किसान सड़कों पर क्यों खड़े हैं?
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान इतना गुस्सा क्यों है, क्योंकि इन कानूनों का लक्ष्य प्रधानमंत्री मोदी के मित्रों को हिंदुस्तान का जो एग्रीकल्चरल सिस्टम है, वो पकड़ाने (थमाने) का है और किसान इस बात को बहुत अच्छी तरह समझ गया है. किसान की शक्ति के सामने कोई नहीं खड़ा हो सकता है और सरकार को गलतफहमी में नहीं होना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान हट जाएंगे, डर जाएंगे. हिंदुस्तान का किसान डरेगा नहीं. जब तक ये कानून रद्द नहीं कर दिए जाएंगे, तब तक किसान हटेगा नहीं.
किसानों द्वारा सरकार के प्रस्ताव को ठुकराने के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को गलतफहमी में नहीं होना चाहिए. किसान समझौता नहीं करेगा. क्यों नहीं करेंगे, क्योंकि उनको समझ आ गई है बात कि अगर आज वो कॉम्प्रोमाइज कर गए, तो उनका हिंदुस्तान में कोई भविष्य नहीं रहेगा. उनको ये बात समझ आ गई है कि अगर वो आज (अपने हक के लिए) नहीं खड़े हुए और मैं किसानों से कह रहा हूं अगर आज आप नहीं खड़े हुए तो आप कभी खड़े नहीं हो पाएंगे और हम सब आपके साथ हैं.