कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को किसान आंदोलन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उन्होंने ‘खेती का खून’ नाम से एक बुकलेट जारी की। उन्होंने कहा कि देश को सिर्फ कुछ लोग चला रहे हैं। चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। किसान सड़कों पर हमारी लड़ाई लड़ रहे है। सरकार सबकुछ खत्म करना चाहती है। चार-पांच लोगों के हाथों में नरेंद्र मोदी जी देश की पूरी खेती दे रहे हैं। आज देश के 4-5 मालिक बन गए हैं। किसान देश की आम जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं। वे हमारे भोजन की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें उनका पूरा समर्थन करना चाहिए।
अभी तक खेती में किसी का एकाधिकार नहीं था। इन कृषि कानूनों से किसानों का हाल आजादी से पहले वाला हो जाएगा। सरकार को इन तीनों कानून को वापस लेना होगा। हम सरकार पर दबाव बना रहे हैं। ये प्रेस कॉन्फ्रेस भी सरकार पर दबाव बनाने के लिए की जा रही है। किसानों को न थकाया जा सकता है और न ही बेवकूफ बनाया जा सकता है। किसान प्रधानमंत्री मोदी से ज्यादा समझदार हैं। उन्हें पता है कि देश में क्या हो रहा है। ये सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि मध्यम वर्ग पर भी हमला है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘आज देश के सामने एक त्रासदी आ गई है, सरकार देश की समस्या नजरअंदाज करना चाहती है और गलत सूचना दे रही है। मैं अकेले किसानों के बारे में बोलने वाला नहीं हूं क्योंकि यह त्रासदी का हिस्सा है। यह युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है। यह वर्तमान के बारे में नहीं बल्कि आपके भविष्य के बारे में है।’