राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कबूलनामा, उम्मीद से ज्यादा मजबूत निकला यूक्रेन..

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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कबूल किया है कि यूक्रेन को जितना मजबूत बताया गया था, वे उससे कहीं ज्यादा मजबूत निकले. द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ‘यह युद्ध शायद जितना हमने सोचा था उससे कहीं अधिक कठिन होने जा रहा है. लेकिन युद्ध उनके इलाके में हो रहा है, हमारे इलाके में नहीं. हम एक बड़े देश हैं और हमारे पास धैर्य है.’ उधर कुछ और खबरों में कहा गया कि यूक्रेन में कुछ इलाकों से रूसी सेना के पीछे हटने के बाद से पुतिन ने सेना को चाक-चौबंद करने पर जोर दिया है.

दरअसल यूक्रेन युद्ध की रणनीति पर चर्चा के लिए व्लादिमीर पुतिन ने रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारियों से क्रेमलिन में लंबी-लंबी मुलाकातें की. क्रेमलिन ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में रूस के युद्ध अभियान के जिम्मेदार सैन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ व्यापक बैठकें की हैं. जबकि रूस ने यूक्रेन पर बमबारी और ज्यादा तेज कर दी है. क्रेमलिन से जारी एक बयान में कहा गया कि शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूरा दिन यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान में शामिल सैन्य कर्मियों के साथ बिताया. पुतिन ने रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव के साथ बैठक की और विभिन्न रक्षा शाखाओं के कमांडरों के साथ अलग-अलग चर्चा की. उधर रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर लगातार मिसाइलों की बौछार जारी रखी है. जिसके कारण कई शहर अंधेरे में डूब गए हैं. उन शहरों में पानी और हीटिंग की सप्लाई कट गई और लोगों को शून्य से नीचे तापमान में कड़के की ठंड सहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

फ़िलहाल कई इलाकों में लगातार हार के बाद रूस ने अक्टूबर के बाद से यूक्रेन की सैन्य-संबंधित सुविधाओं के साथ ही उसकी बिजली सप्लाई को सबसे बड़े पैमाने पर अपने हवाई हमलों का निशाना बनाया है. फ्रांस और यूरोपीय संघ ने कहा कि कड़ाके की बर्फीली ठंड में यूक्रेन के नागरिकों को बिजली और गैस की सप्लाई से दूर रखने के लिए किए जा रहे लगातार हवाई हमले एक तरह से युद्ध अपराध हैं. यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने इन हवाई हमलों को ‘बर्बर’ करार दिया है.