संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता शिखर सम्मेलन में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत का लक्ष्य 26 मिलियन हेक्टेयर विकृत और वनोन्मूलित जमीन को फिर से बहाल करना और 2030 तक भूमि-क्षरण तटस्थता को प्राप्त करना है। यह एक लक्ष्य है जो हमारी महत्वाकांक्षा को दर्शाता है।
जावड़ेकर ने कहा, कोरोना के उद्भव ने इस तथ्य पर जोर दिया है कि प्राकृतिक संसाधनों के अनियंत्रित शोषण को खाद्य पदार्थों की खपत और उपभोग पद्धति से जोड़ा जाता है जिससे मानव जीवन का समर्थन करने वाली प्रणाली का विनाश होता है।
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