स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के नतीजे गुरुवार को घोषित कर दिए गए. इस बार सर्वे में बिहार की हालत फिर काफी खराब रही है. यहां तक कि राजधानी पटना की रैंकिंग भी बदतर ही रही है. पटना 10 लाख और उससे ज्यादा की आबादी वाले शहरों की लिस्ट में सबसे नीचे रहा है. इतनी खराब रैंकिंग पर पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखकर तंजभरे लहजे में सवाल पूछा कि क्या नीतीश और सुशील इसके लिए भी उन्हें ही जिम्मेदार ठहराएंगे?
लालू यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘का हो नीतीश-सुशील? इसका दोष हमें नहीं दोगे क्या? शर्म तो नहीं आ रही होगी इस कथित सुशासनी और विज्ञापनी सरकार के लोगों को?’
इसके अलावा उनके बेटे और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी सरकार पर इस रैंकिंग को लेकर हमला बोला. उन्होंने भी इस रैंकिंग पर सीएम नीतीश कुमार को ‘बधाई दी.’ उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘देश में पटना को गंदगी में नंबर-1 स्थान मिलने पर 15 वर्षों के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को कोटि-कोटि बधाई. चलिए 15 वर्षों में कहीं तो नंबर-1 स्थान प्राप्त किया.’
गुरुवार को आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छता सर्वेक्षण- 2020 के नतीजे जारी किए हैं. सर्वे के मुताबिक, इस बार लगातार चौथे साल मध्य प्रदेश का इंदौर शहर देश का सबसे साफ़ शहर बना है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की सूची में उसे सबसे साफ़ और स्वच्छ शहर पाया गया है. गुजरात का सूरत शहर दूसरा और महाराष्ट्र का नवी मुंबई तीसरा सबसे साफ़ शहर आंका गया है. प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी गंगा के तट पर बसे शहरों की लिस्ट में सबसे स्वच्छ पाया गया है.