टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल में लोगो को बंधक बनाने वाला मारा गया, राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे आतंकवादी घटना करार दिया

अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल में बंधक बनाए गए चार लोगों को छुड़ाने के लिए कई घंटे चले पुलिस ऑपरेशन के बाद रिहा करा लिया गया। इस दौरान किसी बंधक को कोई चोट नहीं आई, वहीं इस दौरान सुरक्षाबलों ने संदिग्ध को मार गिराया। जिसकी पहचान ब्रिटिश नागरिक मलिक फैसल अकरम के रूप में हुई है। वह पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी की रिहाई की मांग कर रहा था। ब्रिटेन के काउंटर टेररिज्म पुलिसिंग के अधिकारियों ने टेक्सास के यहूदी मंदिर हमले के मामले में दो किशोरों को गिरफ्तार किया है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे आतंकवादी घटना करार दिया है। एफबीआई ने एक बयान में कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि इस घटना में कोई और भी संलिप्त था। हालांकि पुलिस आफिया के भाई से पूछताछ करेगी। अकरम को आतंकी गतिविधि के आरोप में कैद आफिया सिद्दीकी को रिहा किए जाने की मांग करते सुना गया था, जिसके अलकायदा आतंकवादी समूह से संबंध होने का संदेह है।

ब्रिटेन के ‘फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवल्पमेंट ऑफिस’ (एफसीडीओ) ने बताया कि उसे ‘‘टेक्सास में ब्रिटिश नागरिक की मौत की जानकारी है और वह स्थानीय प्राधिकारियों के संपर्क में है।’’

एफबीआई और पुलिस के प्रवक्ता ने यह बताने से इनकार किया कि अकरम किसकी गोली से मारा गया या उसने खुद को गोली मार ली। इसके बाद गतिरोध समाप्त हो गया। संदिग्ध व्यक्ति को घटना की सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण के दौरान सिद्दीकी को रिहा करने की मांग करते सुना गया। पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी को अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों की हत्या के प्रयास के जुर्म में सजा सुनाई गई है।

अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध ने यह भी कहा था कि वह वैज्ञानिक सिद्दीकी से बात करना चाहता है। एफबीआई के स्पेशल एजेंट इंचार्ज मैट डेसारनो ने बताया कि व्यक्ति का लोगों को बंधक बनाने का उद्देश्य ऐसे मुद्दे पर केंद्रित था जो सीधे तौर पर यहूदी समुदाय से संबंधित नहीं था।

साथ ही उन्होंने बताया कि तत्काल इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि व्यक्ति किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था, लेकिन डेसारनो ने कहा कि जांच एजेंसी हर पहलू से जांच करेगी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अकरम ने यहूदी पूजा स्थल को ही क्यों चुना।

हमलावर खुद को अफिया का भाई बता रहा था। हालांकि, अमेरिकन इस्लामिक रिलेशन काउंसिल के अध्यक्ष जॉन फ्लॉयड ने कहा कि आफिया का भाई मोहम्मद सिद्दकी ह्यूस्टन में है। उसका इस हमले से कोई संबंध नहीं है। शनिवार शाम जब सिनेगॉग में चल रहे अनुष्ठानों का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया जा रहा था, उसी दौरान हमलावर बंदूक लेकर वहां पहुंचा और लाइवस्ट्रीम में वह अपनी बहन और इस्लाम का बार-बार जिक्र करते हुए दिखा। इस दौरान उसने कई जगहों पर बम रखने का भी दावा किया था।

Aman Yadav

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