नोवाक जोकोविक ने लगाई विंबलडन की खिताबी हैट्रिक, फाइनल में मेटेयो बेरेटिनी को हराकर छठी बार जीता खिताब

फ्रेंच ओपन की लाल बजरी हो या विंबलडन की घास, विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविक के कदम जहां भी पड़ रहे हैं, वह खिताब जीत रहे हैं। सर्बिया के जोकोविक को भले ही फाइनल मुकाबले में संघर्ष करना पड़े, लेकिन वह आसानी से घुटने नहीं टेकते हैं। फ्रेंच ओपन के फाइनल में जब वह स्टेफानोस सितसिपास के खिलाफ शुरुआती दो सेट हार चुके थे तो लगा कि यह खिलाड़ी इस बार फ्रेंच ओपन से चूक जाएगा।

इसी तरह जब वह रविवार को इटली के मेटेयो बेरेटिनी के खिलाफ विंबलडन के खिताबी मुकाबले में उतरे तो यहां भी वह पहला सेट हार चुके थे और फिर से उम्मीद जगी कि बेरेटिनी कोई उलटफेर नहीं कर दें, लेकिन सर्बिया के खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए पुरुष सिंगल्स का यह मैच 6-7 (4-7), 6-4, 6-4, 6-3 से अपने नाम कर लिया और अपने ग्रैंडस्लैम के कुल खिताबों की संख्या रिकार्ड 20 तक पहुंचा दी। उन्होंने यह मैच तीन घंटे और 27 मिनट में जीता और छठी बार विंबलडन की खिताबी ट्राफी अपने नाम की।

इसके अलावा उन्होंने पुरुष सिंगल्स में सर्वाधिक ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के मामले में रोजर फेडरर और राफेल नडाल की बराबरी भी कर ली। अब इन तीनों ही खिलाड़ियों के नाम 20-20 ग्रैंडस्लैम खिताब दर्ज हैं। जोकोविक की उम्र 34 साल है और नडाल की उम्र 35 साल है और दोनों ही खिलाड़ी अभी लंबा खेल सकते हैं। वहीं, फेडरर 39 वर्ष के हैं और उनके संन्यास की अटकलें शुरू हो चुकी हैं। इसके साथ ही उन्होंने विंबलडन की खिताबी हैट्रिक भी पूरी कर ली। इस फाइनल की एक और विशेषता यह थी मारिजा सीसैक चेयर अंपायर थीं। पुरुष फाइनल में अंपायरिंग करने वाली वह पहली महिला बनीं।

लाल बजरी से घास

ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ी अभ्यासी टूर्नामेंट खेलते हैं, लेकिन फ्रेंच ओपन जीतने वाले जोकोविक ने लाल बजरी से सीधा विंबलडन की घास पर कदम रखा। लाल बजरी पर खेलना खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं है, क्योंकि यह काफी थका देने वाला कोर्ट है और वहीं घसियाली सतह पर टेनिस का खेल काफी तेज चलता है, जिसमें खुद को ढालना काफी चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन जोकोविक ने इस चुनौती को स्वीकार किया। वह भले ही घसियाली सतह पर खेलते हुए कई मैचों में फिसल गए हो, लेकिन उन्होंने अपने हाथ से 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब नहीं फिसलने दिया। विंबलडन जीतने के बाद उन्होंने कोर्ट से घास तोड़कर खाई और इसके बाद दर्शक दीर्घा पार करते हुए अपने कोच व टीम के सदस्यों के पास पहुंचकर उनसे गले मिले। इस दौरान उन्होंने अपना रैकेट भी एक बच्ची को दे दिया।

सर्विस में माहिर

जोकोविक पहला सेट हार गए थे, लेकिन प्रशंसक उनका हौसला बढ़ाते रहे और वह इसका आनंद ले रहे थे। बेरेटिनी के लिए जोकोविक के खिलाफ उनकी सर्विस काफी अहम थी क्योंकि यह सíबयाई खिलाड़ी सíवस रिटर्न करने में माहिर है जिन्होंने प्रतिद्वंद्वी की सíवस पर 29 प्रतिशत मैच जीते हैं। अब जोकोविक ने विंबलडन खिताब अपनी झोली में डाल लिया है और वह अपने कैलेंडर ग्रैंडस्लैम से महज एक खिताब दूर हैं जो अभी तक केवल दो ही पुरुष खिलाड़ी कर सके हैं जिसमें राड लेवर ने 1962 और 1969 में ऐसा दो बार किया था।

पहला सेट टाई ब्रेकर में

बेरेटिनी ने शुरू में काफी सहज गलतियां कीं, जिसका फायदा उठाकर जोकोविक ने शुरू में ही उनकी सर्विस तोड़ दी। इसके बाद जब जोकोविक 5-2 से आगे थे तब बेरेटिनी ने सेट प्वाइंट बचाया। इटली के इस खिलाड़ी ने दर्शकों के समर्थन के बीच फिर जोकोविक की सर्विस तोड़कर पहले सेट को टाई ब्रेकर में ले गए। बेरेटिनी ने टाई ब्रेकर में जाकोविक की सर्विस तोड़कर 7-6 (7-4) से यह सेट अपने नाम किया। इस सेट में बेरेटिनी के दमदार फोरहैंड्स, बैकहैंड्स शाट दिखाई दिए जिससे वह लय में नजर आने लगे थे। हालांकि दूसरे सेट में बाजी पलटते हुए जोकोविक ने ग्रास कोर्ट पर रफ्तार पकड़ी और दमदार सर्विस के साथ रिटर्न मारते हुए 4-0 से बढ़त बना ली।

एश्ले बार्टी ने जीता पहला विंबडलन का खिताब

इसके बाद बेरेटिनी ने पलटवार करते हुए चार गेम जीत लिए और तीन सेट प्वाइंट बचाने में भी सफल हुए। लेकिन, अंत में जोकोविक ने अपनी सर्विस पर 6-4 से दूसरा सेट जीतकर मैच का स्कोर 1-1 से बराबर किया। तीसरे सेट के तीसरे गेम में जोकोविक ने बेरेटिनी की सर्विस तोड़कर 2-1 से बढ़त बनाई और इसके बाद अपनी सर्विस बचाए रखी। उन्होंने छठे गेम में दो ब्रेक प्वाइंट बचाए। उनके पास 5-4 के स्कोर पर दो सेट प्वाइंट पर थे। बेरेटिनी का फोरहैंड बाहर जाने से उन्होंने दूसरे सेट प्वाइंट पर मैच में बढ़त हासिल की। शीर्ष वरीयता प्राप्त सíबयाई खिलाड़ी ने चौथे सेट में बेरेटिनी के डबल फाल्ट का फायदा उठाकर 4-3 की बढ़त बनाई और फिर 5-3 की बढ़त पर जोकोविक को दो मैच प्वाइंट पर खिताब नहीं जीत पाए, फिर तीसरे मैच प्वाइंट पर चैंपियनशिप अपने नाम कर ली।

  • नंबर गेम –
  • 2018, 2019 और 2021 में विंबलडन जीतकर जोकोविक ने खिताबी हैट्रिक लगा दी है। 2020 में यह टूर्नामेंट कोरोना के कारण रद हो गया था
  • 3 बार लगातार विंबलडन खिताब जीतने वाले जोकोविक चौथे खिलाड़ी बने। इससे पहले यह कारनामा रोजर फेडरर, बियोर्न बोर्ग और पीट सम्प्रास कर चुके हैं
  • 30वां ग्रैंडस्लैम फाइनल था यह जोकोविक का। केवल फेडरर (31) उनसे आगे हैं। सातवीं वरीयता प्राप्त बेरेटिनी का यह पहला ग्रैंडस्लैम फाइनल था
Ekta Singh

Ekta Singh covers Political, Entertainment and Sports News. She believes that it is a writer’s responsibility to make sure that the readers get valuable news and hence it is imperative that the words should be written in a manner that it should be easily understood by all.

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