ब्रिक्स देशों के एनएसए की आज अहम बैठक, शामिल होंगे भारत और चीन, लेकिन नहीं होगी द्विपक्षीय बातचीत

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ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच आज वर्चुअल बैठक होगी। इस बैठक में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी हिस्सा लेंगे। इससे पहले मंगलवार को रूस में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्यों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक हुई थी। भारत और चीन के बीच सीमा पर भारी तनाव के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उनके चीनी समकक्षीय यांज जिएची ब्राजील-रूस-भारत-दक्षिण अफ्रीका की वर्चुअल बैठक में हिस्सा लेंगे। ब्रिक्स देशों के बीच एनएसए की 10 बैठक रूस की अध्यक्षता में किए जा रहे कार्यक्रमों का एक हिस्सा है। रूस वर्तमान में ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है।

रूस की तरफ से आयोजित बहुपक्षीय बैठकों में भारत और चीन के शीर्ष नेताओं के बीच यह इस महीने की चौथी बैठक होगी। इससे पहले, ब्रिक्स के विदेश मंत्रियों की वर्चुअल मीटिंग और उसके बाद मॉस्को में शंघाई सहयोग संगठन के दौरान रक्षा मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों के बीच बैठक हुई है। 

इस बैठक में पड़ोसी देश पाकिस्तान ने जानबूझ कर ऐसी हरकत की, जिसके बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एससीओ की बैठक से किनारा कर लिया था। दरअसल, पाकिस्तान ने बैठक के दौरान बैकड्रॉप में गलत नक्शा लगाया था। पाकिस्तान की इस करतूत को एनएसए डोभाल को समझने में देर नहीं लगी और वह बैठक छोड़कर उठ गए। डोभाल के बैठक से हटने के बाद रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोलाई पैट्रूशेव ने पाकिस्तान के इस प्रयास की आलोचना की और उसे भविष्य में इस तरह की हरकतों से बाज आने के लिए कहा।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की इस बैठक को रूस आयोजित कर रहा था। बैठक के चेयरमैन भी रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोलाई पैट्रुशेव थे। इस बैठक में रूस, चीन, पाकिस्तान समेत कई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने हिस्सा लिया, लेकिन जैसे ही बैठक शुरू हुई, पीछे की तरफ भारतीय हिस्से को पाकिस्तान ने अपना बताने वाला नक्शा लगा रखा था।

लिहाजा एनएसए ने खुद को इस बैठक से अलग कर लिया। एनएसए के बैठक से हटने का सीधा अर्थ है कि बैठक का आयोजक देश (रूस) अपनी जिम्मेदारी निभाए।