लखनऊ में बिल्डिंग घिरने के मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है बताते चले की बीते मगलवार को भूकंप के झटके से कुछ घंटो के बाद ही लखनऊ में एक 5 माजिला ईमारत ढह गयी. उस वक़्त बिल्डिंग में कई परिवार मौजूद थे. बिल्डिंग गिरने की वजह से पूरा परिवार बिल्डिंग के मलबे में दब गया है। उनको सुरछित निकलने के लिए रेस्क्यू टीम लगी हुई है.
इसी मामले के बीच सूत्रों से ये पता चला है की इस बिल्डिंग को गिराने का आदेश आज से 12 साल पहले यानि की 2010 में ही पास हो गया था। LDA द्वारा ये बात दबाये रखने की वजह से आज ये गंभीर हादसा हो गया। बताते चले की इस बिडिंग का नक्सा नहीं पास हुआ था LDA से फिर भी बिल्डिंग खड़ी हो गयी। 12 साल तक LDA ने ये फाइल दबा के रखी थी.
इस बिल्डिंग का नाम अलाया अपार्टमेंट है इस मामले में शाहिद मंसूर के बेटे नवाजिश मंसूर इस मामले में मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें लखनऊ लाया जा रहा है.
इस बिल्डिंग को गिराने का आदेश आज से 10 साल पहले ही हो चूका था। LDA ने ये फाइल पुरे 12 साल तक दबा के रखी.