पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के इलाके से अपनी-अपनी सेना पीछे हटाने के बाद अब भारत और चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर टकराव वाले अन्य बिंदुओं को लेकर बात करेंगे।
सैन्य सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की यह वार्ता 9 अप्रैल को होने की संभावना है, जिसमें लद्दाख में गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और डेपसांग मैदान से सेनाओं को पीछे हटाने को लेकर बातचीत हो सकती है।
सूत्रों ने कहा, दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की यह वार्ता राजनयिक स्तर की बातचीत के तत्काल बाद हो रही है। इस वार्ता में राजनयिक स्तर की बातचीत के दौरान उठे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है।
बता दें कि दोनों देशों के बीच तकरीबन एक साल तक एलएसी पर चला सैन्य गतिरोध पैंगोंग झील के इलाके में पिछले महीने ही खत्म हुआ है। झील पर टकराव वाले इलाकों से दोनों देशों ने सैन्य और राजनयिक स्तर पर वार्ताओं के लंबे दौर के बाद आखिरकार सेनाओं को पीछे हटाने पर सहमति बना ली थी। इस सहमति का श्रेय सभी हितधारकों ने सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को दिया था, जो खुद इस संकट की घड़ी में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिले इनपुट से देश को लाभ पहुंचने की बात कह रहे थे।