दिल्ली की सीमाओं पर अपनी मांगों के समर्थन में डटे किसानों के आंदोलन को नए सिरे से मजबूत करने के लिए संगठनों का मंथन जारी है। इसीलिए आज की बैठक को अहम माना जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि आगे की रणनीति तैयार की जा रही है। इसीलिए आज संयुक्त किसान मोर्चा की इस मुद्दे पर बैठक होगी। किसान संगठनों के मुताबिक, यह बैठक अहम होगी, क्योंकि चक्का जाम के बाद नए सिरे से आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए तमाम पहलुओं पर निर्णय लिए जाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि आगे की रणनीति तैयार की जा रही है। बैठक में सभी पहलुओं पर चर्चा के बाद निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन जारी है और अब तक सरकार से वार्ता के लिए कोई संकेत नहीं मिले हैं। डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि ट्रैक्टर रैली और चक्का जाम के बाद आंदोलन और मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए संगठनों का मंथन जारी है।
किसान संगठनों की विचारधारा में अंतर के बारे में डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। पिछले 75 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर डटे सभी किसानों की मांग एक ही है। मोर्चा की कोशिश है कि आंदोलन को आगे कैसे मजबूती से बढ़ाया जाए। आंदोलन में अभी भी किसानों की संख्या में कमी नहीं आई है। अगर, कुछ लोग जरूरी काम के लिए जाते हैं तो इससे कई गुना ज्यादा लोग आते भी हैं।
दिल्ली की सीमाओं पर जारी आंदोलन को बचाने के लिए किसान नेता हरियाणा के जिलों में घूमकर दोबारा जनसमर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। गांवों, बाजारों, धार्मिक स्थलों, खेत खलिहानों और खुले मैदानों में भीड़ को जुटाकर लोगों से दिल्ली चलने की अपील की जा रही है।
अभी तक दिल्ली की सीमाओं पर जुटे रहने वाले किसान नेता अब दिन-रात हरियाणा में घूमकर जनसमर्थन जुटा रहे हैं। वह लोगों को समझाने में जुटे हैं कि दिल्ली चलकर आंदोलन को बचाना उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है। मंगलवार को कैथल में इसी तरह की बड़ी जनसभा का आयोजन किया गया, जिसमें राकेश टिकैत सहित टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर महीनों से डटे अन्य किसान नेता शामिल हुए। यहां दिल्ली से आए किसान नेताओं का फूल मालाओं के साथ जबरदस्त स्वागत किया गया। उन्हें प्रयागराज संगमक्षेत्र से मंगाया गया गंगा जल पिलाकर उनके अच्छे स्वास्थ्य और विजयी होकर लौटने की कामना की गई।