भारतीय रेलवे डिजिटल इंडिया पहल को बढ़ावा देने के लिए रेलवे स्टेशनों पर खानपान इकाइयों के माध्यम से खाद्य पदार्थों की खरीद के लिए डिजिटल तरीके से लेनदेन को प्रोत्साहित कर रहा है और 8878 स्थिर इकाइयों में डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध है।
इसके अलावा, खानपान इकाइयों में हैंडहेल्ड पीओएस मशीनें मुद्रित बिल और चालान बनाने के लिए प्रदान की जा रही हैं जो किए गए लेनदेन के सभी विवरणों को दर्शाती हैं और ओवरचार्जिंग की शिकायतों को दूर करती हैं। वर्तमान में 596 ट्रेनों में 3081 पीओएस मशीनें उपलब्ध हैं। पीओएस मशीन के साथ 4316 स्टैटिक यूनिट उपलब्ध कराए गए हैं।
लखनऊ 17 फरवरी। जीवन में स्वास्थ्य का महत्व सर्वोपरि है। आज कल सब लोगो को…
लखनऊ की पूर्व एंकर इति राज ने मिसेज इंडिया यूनिवर्सल 2023 फर्स्ट रनरअप का खिताब…
2002 के गुजरात के गोधरा कांड पर आधारित फिल्म ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ का टीजर…
1971 में अस्तित्व में आए बांग्लादेश चीनी कर्ज में फंसता जा रहा है. बांग्लादेश के…
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर नई संसद में…
तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नमलाई ने चेन्नई सुपरकिंग्स को पांचवीं बार आईपीएल विजेता बनने…