Taj Mahal के 22 कमरों को खोले जाने की PIL को Allahabaad Highcourt की लखनऊ बेंच ने खारिज कर दिया है. इसके साथ ही कोर्ट ने याचिका पर नाराजगी भी जताई है. कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह से अदालत का समय बर्बाद न किया जाये. पहले ताज महल का इतिहास पढ़कर आएं. कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि याचिकाकर्ता अपनी याचिका तक ही सीमित रहें. आप आज ताजमहल के कमरे देखने की मांग कर रहे हैं कल को आप कहेंगे कि हमें जज के चेंबर में को भी देखने जाना है. इसीलिए पहले जाकर ताजमहल के बारे में पढ़ें फिर आएं.
लखनऊ 17 फरवरी। जीवन में स्वास्थ्य का महत्व सर्वोपरि है। आज कल सब लोगो को…
लखनऊ की पूर्व एंकर इति राज ने मिसेज इंडिया यूनिवर्सल 2023 फर्स्ट रनरअप का खिताब…
2002 के गुजरात के गोधरा कांड पर आधारित फिल्म ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ का टीजर…
1971 में अस्तित्व में आए बांग्लादेश चीनी कर्ज में फंसता जा रहा है. बांग्लादेश के…
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर नई संसद में…
तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नमलाई ने चेन्नई सुपरकिंग्स को पांचवीं बार आईपीएल विजेता बनने…