जल्द ही विदेशी नागरिकों के लिए विशेष श्रेणी का ‘आयुष वीजा’ शुरू किया जाएगा। इसकी मदद से विदेशी नागरिक यहां आकर पारंपरिक चिकित्सा का लाभ उठा सकेंगे। गुजरात के महात्मा गांधी मंदिर में बुधवार को तीन दिवसीय वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत जल्द ही पारंपरिक औषधि उत्पादों को मान्यता देने के लिए ‘आयुष चिह्न’ भी जारी करेगा।प्रधानमंत्री ने कहा, आयुष चिह्न देश के आयुष उत्पादों की गुणवत्ता को प्रामाणिकता प्रदान करेगा। नवीनतम तकनीक का उपयोग करके पुनरीक्षित उत्पादों को चिह्न दिया जाएगा। इससे विश्व के लोगों को विश्वास होगा कि वे गुणवत्तापूर्ण आयुष उत्पाद खरीद रहे हैं।
उन्होंने कहा, आयुष उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हमने बीते सालों में अलग-अलग देशों के साथ 50 से अधिक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इस मौके पर पीएम ने 22 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं की नींव रखी।
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