सत्ता गई लेकिन पार्टी बची पाक कोर्ट ने इमरान के पक्ष में क्या बड़ा फैसला दिया?

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Imran-Khan
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तान कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है चुनाव आयोग द्वारा उन्हें पीटीआई अध्यक्ष के पद से हटाने की कार्यवाही शुरू की गई थी पाक कोर्ट ने उस पर रोक लगा दी है इस तरह सेमरान खान ने पाकिस्तान में अपनी 70 जरूर दवाई लेकिन पार्टी बचाने में कामयाब हो गए पार्टी में उनका कद भी बरकरार रहा अभी तक इस आदेश पर इमरान खान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है

तोशाखाना मामले में इमरान खान बुरी तरह फंसे

दरअसल तोशाखाना मामले में इमरान खान बुरी तरह फंसे हुए हैं जब उस मामले में कोर्ट ने प्राण के खिलाफ ही फैसला दिया था चुनाव आयोग ने भी उनके खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी की पाकिस्तान के आर्टिकल 63 वन पी के तहत इमरान पर आरोप लगा कि उन्होंने गलत बयान दिए और फर्जी दस्तावेज दिखाए लेकिन तब पूर्व पीएम ने तर्क दिया था कि संविधान में यह कहीं नहीं कहा गया कि कोई दोषी किसी पार्टी का नेतृत्व नहीं कर सकता है अब इसी तर्क के साथ इमरान खान ने लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी उस याचिका में चुनाव आयोग की कार्रवाई पर रोक की मांग थी इमरान को कोर्ट से राहत मिली है अभी के लिए चुनाव आयोग उन्हें पार्टी अध्यक्ष के पद से नहीं हटा सकता है वैसे अभी याचिका में भी इमरान ने कहा था कि चुनाव आयोग ने अपनी समिति ताकत से बाहर जाकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया जो सही नहीं अब कोर्ट ने भी उन तर्कों को मान लिया है और इमरान खान को यह बड़ी राहत मिली है

फ़िलहाल तोशाखाना मामले की बात करें तो इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे उन्हें अरब देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे उन्हें कई यूरोपीय देशों के राष्ट्रीय प्रमुख को से भी बेशकीमती गिफ्ट मिले थे जिन्हें इमरान ने तोशाखाना में जमा कर दिया जीने इमरान ने तोशाखाना में जमा करा दिया था लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से इन्हें सस्ते दामों पर खरीदा और बड़े मुनाफे में बेच दिया इसी पूरी प्रक्रिया कि उनकी सरकार ने बकायदा कानूनी अनुमति दी थी