विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से चीन की वुहान लैब को क्लीनचिट दिए जाने पर अमेरिका ने गहरी चिंता जताई है। अमेरिका ने शनिवार को कहा कि डब्ल्यूएचओ को कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती दिनों के आंकड़ों की रिपोर्ट जारी करनी चाहिए। अमेरिका ने कहा कि चीन को कोविड-19 फैलने के प्रारंभिक दिनों से लेकर अब तक के आंकड़े विश्व को उपलब्ध कराना चाहिए ताकि महामारी के बारे में बेहतर अनुसंधान हो सके और आने वाले समय में हम ऐसी महामारी के प्रति सतर्क हो सकें।
चीन में कोरोना के स्रोत का पता लगाने पहुंची डब्ल्यूएचओं की टीम ने कहा कि वायरस के वुहान लैब से फैलने के सबूत नहीं है। वायरस किसी प्रजाति से इंसान में फैला है। इस पर चिंता जताते हुए व्हाइट हाउस ने डब्ल्यूएचओ से रिपोर्ट साझा करने की मांग की है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, कोरोना वायरस के फैलने की प्रारंभिक जांच की जानकारी जिस तरह से मुहैया कराई गई, उससे हम चिंतित हैं। यह जरूरी है कि यह रिपोर्ट स्वतंत्र हो, इसमें विशेषज्ञों की राय शामिल हो और इसमें चीनी सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं हो।
उन्होंने कहा कि इस महामारी को समझने और आने वाले समय में ऐसी महामारी से निपटने की तैयारी करने के लिए चीन को कोविड-19 फैलने के प्रारंभिक दिनों से लेकर अब तक के आंकड़े उपलब्ध कराने चाहिए। सुलिवन ने कहा कि चीन समेत सभी देशों को स्वास्थ्य आपदा को रोकने के प्रति पारदर्शी प्रकिया अपनानी चाहिए ताकि दुनिया को जल्द से जल्द और ज्यादा से ज्यादा इसका लाभ मिल सके।