पृथ्वी का ऊपरी और अंदरुनी हिस्सा रहस्यों से भरा हुआ है। हम सभी ने अपने बचपन में स्वर्ग लोक, नर्क लोक और पाताल लोक की कहानियां खूब सुनी है, यही कारण है की हर कोई इसके रास्ते को जानने के लिए जिज्ञासु रहता है।
इस गुफा से जाता है पाताल लोक का रास्ता
अगर धरती से पाताल लोक के रास्ते की बात करे तो कई विद्वानों का मानना है की वोरोन्या के ब्लैक सागर के तट पर अबकाजिया शहर में स्थित ‘क्रूबर’ गुफा से होते हुए जाता है। माना जाता है कि यह दुनिया की सबसे गहरी गुफा है। इस गुफा की गहराई 2197 मीटर यानी लगभग 7208 फीट है। यह गुफा धरती के अंदर कई शाखाओं में बंटी हुई है।
पाताल लोक जाने का रास्ता पाने से
नर्मदा नदी को पाताल नदी कहा जाता है। इस नदी के भीतर ऐसे कई रास्ते हैं, जहां से पाताल लोक का रास्ता जाता है। हालांकि समुद्र में भी ऐसे कई रास्ते हैं, जहां से पाताल लोक पहुंचा जा सकता है। क्योंकि धरती के 75 प्रतिशत भाग पर तो जल ही है।
पातालकोट के पाताल लोक का रास्ता
माना जाता है कि मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से करीब 78 किलोमीटर दूर पातालकोट नामक स्थान है, जिसे लोग पाताल लोक कहते हैं. ये स्थान धरातल से 3000 किलोमीटर नीचे बसा है. पातालकोट में 12 गांव हैं, जो सतपुड़ा की पहाड़ियों में बसे हैं. यहां गोंड और भारिया जनजाति के लोग रहते हैं. इन गांवों में से 3 गांव तो ऐसे हैं, जहां सूरज की रोशनी कभी नहीं पहुंचती. इस कारण वहां हमेशा शाम जैसा नजारा रहता है. आपको बता दे कि कोरोना महामारी ने पूरे विश्व में तांडव मचाया लेकिन इन 12 गांव से एक भी संक्रमण का केस दर्ज नहीं हुआ.