PM मोदी राम जन्मभूमि मंदिर में पारिजात का पौधा लगाएंगे , बगल में गाड़ेंगे पानी से भरा मटका

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रामजन्मभूमि परिसर में दिव्य पारिजात का पौधा लगाएंगे. इस वृक्ष को लेकर कई हिन्दू मान्यताएं हैं. कहा जाता है कि धन की देवी लक्ष्मी को पारिजात के फूल अत्यंत प्रिय हैं. पूजा-पाठ के दौरान मां लक्ष्मी को ये फूल चढ़ाने से वो प्रसन्न होती हैं. खास बात ये है कि पूजा-पाठ में पारिजात के वे ही फूल इस्तेमाल किए जाते हैं जो वृक्ष से टूटकर गिर जाते हैं.

पीएम मोदी वृक्षारोपण को लेकर काफी पहले से ही सक्रिय रहे हैं. जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस दौरान भी वे कम वर्षा वाले क्षेत्रों में पौधे लगाने के तरीके अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लोगों को बताते रहे हैं.

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक परिजात वृक्ष की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी, जिसे इन्द्र ने अपनी वाटिका में लगाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब इस दिव्य पौधे को राम मंदिर परिसर में लगाएंगे. पीएम मोदी लगभग 12 बजे रामजन्मभूमि पहुंचेंगे. यहां पर वे रामलला की पूजा करेंगे. सवा बारह बजे के करीब वे परिसर में पारिजात का पौधा लगाएंगे. साढ़े 12.30 बजे वे भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे. पारिजात के पौधे लगाने के लिए पीएम के लिए विशेष फावड़े और कन्नी लाए गए हैं.

इस कार्यक्रम में करीब 200 लोगों को बुलाया गया है. हालांकि कोरोना के प्रकोप देखते हुए इसमें मंदिर आंदोलन से जुड़े प्रमुख चेहरे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं को नहीं भेजा गया है. हालांकि इस मौके पर आडवाणी ने एक संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा, ‘मैं विनम्रता से भर जाता कि नियति ने राम जन्मभूमि आंदोलन में वर्ष 1990 में राम रथ यात्रा के माध्यम से मुझे महत्वपूर्ण दायित्व निभाने का मौका दिया’. आडवाणी ने आगे कहा, राम मंदिर एक शांतिपूर्ण सौहार्दपूर्ण राष्ट्र के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा जहां सबके लिए न्याय होगा और कोई भी बहिष्कृत नहीं होगा, ताकि देश ‘राम राज्य’ की ओर अग्रसर हो, जो ‘सुशासन का प्रतिमान’ है.

उन्होंने कहा, ‘श्री राम का स्थान भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धरोहर में सर्वोच्च है और वे विनीत, मर्यादा और शिष्टाचार के मूर्तरूप हैं. मेरा मानना है कि यह मंदिर सभी भारतीयों को भगवान राम के गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करेगा.’