टीके पर उठ रहे सवाल के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लगवाया एस्ट्राजेनेका का टीका, वैक्सीन पर किए जा रहे संदेहों को किया खारिज

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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को शुक्रवार को कोविड-19 रोधी ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका के टीका की पहली डोज दी गई। हालांकि, कई यूरोपीय देशों ने खून के थक्के जमने की आशंका के चलते इस टीके की खुराक देने पर रोक लगा दी थी लेकिन अब यह टीका फिर से दिया जा जा रहा है।

यूरोपीय और ब्रिटिश औषधि नियामक संस्थाओं के मुताबिक उन्होंने सभी उपलब्ध आकंड़ों का गहन वैज्ञानिक विश्लेषण किया है और निष्कर्ष निकाला है कि एस्ट्राजेनेका टीका लेने से खून के थक्के जमने का साक्ष्य नहीं मिला।

यह टीका ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया और इसका उत्पादन एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रहे हैं।

ब्रिटेन की दवा एवं स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी एमएचआरए ने सलाह दी है कि यह टीका लेने के बाद जिन लोगों को लगातार चार दिन तक सिर में दर्द की शिकायत हो उन्हें चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री टीके को लेकर व्याप्त संशय को भी दूर करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि हमने हमेशा कहा है कि इस स्तर और गति के टीकाकरण अभियान में आपूर्ति में बाधा होना अवश्यम्भावी है और यह सच है कि कम समय में हमें टीके की कम खुराक मिल रही है। यह सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा आपूर्ति में हो रही देरी के कारण हो रहा है।

आगे कहा कि वह इतनी बड़ी मात्रा में टीके का उत्पादन कर बहुत बड़ा कार्य कर रहे हैं। देरी का कारण यह भी है कि अभी ब्रिटेन में हमारे पास जो खेप है, उसकी दोबारा जांच की जानी है। इसलिए मार्च के मुकाबले अप्रैल में हमारे पास कम मात्रा में टीका उपलब्ध रहेगा। लेकिन यह भी फरवरी में उपलब्ध मात्रा से अधिक है।