कोरोना वायरस के नए संस्करण ने ब्रिटेन को संकट में डाल दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कैबिनेट की आपात बैठक के बाद देश में नए लॉकडाउन का ऐलान किया है। देश में क्रिसमस के बीच कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए देश में दोबारा लॉकडाउन लगाया गया है। मार्च में कोरोना वायरस के प्रसार के बाद ब्रिटिश सरकार ने देश में दोबारा लॉकडाउन के उपबंधों को लागू करने का ऐलान किया है। जॉनसन ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि इंग्लैंड में कई हफ्ते पूर्व कोरोना के नए वेरिएंट के सबूत मिलने के बाद कठोर उपबंधों को ऐलान किया गया है। ब्रिटेन सरकार के चिकित्सा विशेषज्ञों ने कोरोना के नए वेरिएंट के प्रसार पर चिंता व्यक्त की थी और इसे खतरे की घंटी बताया है। ब्रिटेन में नए वेरिएंट के चलते मौत में 20 फीसद का इजाफा हुआ है।
इंग्लैंड की आबादी में से कुछ 44 मिलियन या तीन-चौथाई लोग पहले से ही सबसे कड़े प्रतिबंधों के तहत रह रहे हैं। जॉनसन ने सोमवार को कहा कि हमारे अस्पतालों पर दबाव बढ़ गया है। देश में अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या 27 हजार तक पहुंच गई है और ये संख्या अप्रैल के मुकाबले 40 फीसदी अधिक है। उन्होंने कहा कि देश में पिछले एक हफ्ते के दौरान मृतकों की संख्या 20 फीसदी बढ़ गई है। कोरोना के नए रूप को काबू करने के लिए हमें अत्यधिक प्रयास करने होंगे।
वायरस के नए प्रारूप के तेजी से फैलने के कारण शिक्षक संगठन कुछ हफ्ते के लिए देश भर में सभी स्कूलों को बंद करने की अपील कर रहे थे। जॉनसन ने कहा कि अभिभावकों को सोमवार से अपने बच्चों को उन इलाकों के स्कूलों में भेजना चाहिए जहां वे खुले हुए हैं क्योंकि खतरनाक वायरस से बच्चों को खतरा काफी कम है।