भारतीय हॉकी कैंप पर कोरोना का साया, 6 खिलाड़ियों के संक्रमण के बाद ओलंपिक तैयारियों को झटका

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भारतीय पुरुष हॉकी टीम का बंगलूरू में होने वाला शिविर खटाई में पड़ता नजर आ रहा है। कप्तान मनप्रीत सिंह छह खिलाड़ी कोरोना संक्रमित हैं। इन खिलाड़ियों में डिफेंडर सुरेंदर कुमार, जसकरण सिंह, ड्रेग फ्लिकर वरुण कुमार, गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक के साथ स्ट्राइकर मनदीप सिंह भी शामिल हैं। ये खिलाड़ी शिविर के लिए बंगलूरू स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर पहुंचे हैं। एक महीने के ब्रेक के बाद लौटे खिलाड़ी अभी 14 दिन के एकांतवास में हैं। फिलहाल 33 पुरुष और 24 महिला खिलाड़ी बंगलूरू में हैं।

साई के सूत्रों ने कहा,  छह पॉजिटिव मामलों के बाद कैंप के आयोजन पर संदेह के बादल हैं। हम राज्य सरकार से और परीक्षण के अन्य परिणामों का भी इंतजार कर रहे हैं। जो छह खिलाड़ी पॉजिटिव आए हैं वो उस दस सदस्यीय ग्रुप का हिस्सा हैं जो दिल्ली से एक साथ बंगलूरू पहुंचा है।

महिला टीम का कैंप यथावत रहेगा सभी खिलाड़ियों के परीक्षण का नतीजा निगेटिव आया है। एकांतवास पूरा होने के बाद हल्का अभ्यास शुरू हो जाएगा। ये हल्का अभ्यास शिविर अगस्त के अंत में शुरू हो सकता है जो 30 सितंबर तक चलेगा। साई ने हॉकी इंडिया के आग्रह पर शिविर को मंजूरी प्रदान की है। हॉकी इंडिया उन 57 खेल महासंघों में शामिल है जिनकी मान्यता अभी अमान्य है। साई के सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय शिविरों की बहाली हमें हर खेल महासंघ से फीडबैक मिलता है क्योंकि उन्हें हमारे मुकाबले ज्यादा चीजों की जानकारी होती है। हम ढांचागत सुविधाएं खोलकर उनको सहयोग करते हैं।

रिपोर्टों में यह भी कहा जा रहा है कि पुरुष टीम ने ब्रेक के दौरान स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का उस तरह ख्याल नहीं रखा जैसा रखा जाना चाहिए था। भारत की एकमात्र विश्व कप विजेता टीम के कप्तान अजित पाल सिंह ने इस बात को लेकर आलोचना की थी कि पंजाब के खिलाड़ियों ने एक साथ सफर किया। उन्होंने कहा कि हॉकी इंडिया को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि ब्रेक के दौरान खिलाड़ी घर पर एकांतवास नियमों का सख्ती से पालन करें। खिलाड़ियों की भी जिम्मेदारी है। उन्हें नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के  सामने मिसाल पेश करनी चाहिए थी। साथ ही महिला टीम की मिसाल देते हुए कहा कि उनके नतीजे निगेटिव रहे। इसका मतलब यह है कि वे ज्यादा अनुशासित हैं और अच्छे से जिम्मेदारी निभा रही हैं।  

‘जिंदगी इस समय किसी भी खेल से ज्यादा अहम है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि अभी हॉकी शिविर की बहाली की जरूरत क्या है। अगले साल अप्रैल से पहले (एफआईएच प्रो लीग) कोई टूर्नामेंट नहीं है।’  – अजितपाल सिंह, कप्तान 1975 विश्व कप विजेता टीम