किल्लत के बाद सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के प्रोडक्शन को बढ़ाने को दी मंजूरी, राज्यों को कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश

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केंद्र सरकार ने बुधवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन के प्रोडक्शन को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। इसके तहत उत्पादन प्रति माह लगभग 78 लाख शीशी तक बढ़ाई जाएगी। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने एक बयान में कहा, रेमडेसिविर के सात निर्माताओं की वर्तमान कुल स्थापित क्षमता 38.80 लाख शीशी प्रतिमाह की है। इसके साथ-साथ इस इंजेक्शन की कीमत में भी कटौती की जाएगी।

मंत्रालय ने कहा, छह विनिर्माताओं को 10 लाख शीशी प्रति माह की उत्पादन क्षमता वाले सात अतिरिक्त साइटों के लिए त्वरित मार्ग से स्वीकृति दी गई है। 30 लाख शीशी प्रति माह का उत्पादन भी शुरु होने वाला है। इससे विनिर्माण की उत्पादन क्षमता लगभग 78 लाख शीशी प्रति माह हो जाएगी।

निर्यात पर रहेगा प्रतिबंध
बयान में कहा गया है कि रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रेमडेसिविर की उपलब्धता के मुद्दे की समीक्षा सभी विनिर्माताओं एवं अन्य अंशधारकों के साथ हुई बैठक में की। बैठक में रेमडेसिविर का उत्पादन व आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को कम करने के बारे में फैसले लिए गए। मंत्रालय ने कहा कि अतिरिक्त उपाय के रूप में, विदेश व्यापार महानिदेशालय ने रेमडेसिविर, मुख्य रसायन (एपीआई) और फार्मूलेशन को 11 अप्रैल, 2021 से निर्यात प्रतिबंध के तहत रखा है ताकि घरेलू बाजार में रेमडेसिविर की आपूर्ति को बढ़ाया जा सके।

कीमत में भी कटौती
बयान में कहा गया है कि निर्यात उन्मुख इकाइयां (ईओयू) विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) इकाइयों को घरेलू बाजार में आपूर्ति करने में सक्षम किया जा रहा है। मंत्रालय के अनुसार रेमडेसिविर बनाने वाली कंपनियों ने स्वेच्छा से इस सप्ताह के अंत तक इसकी कीमत घटाकर 3,500 रुपए प्रति शीशी से कम करने की बात कही है। बयान में यह भी कहा गया है कि राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) दवा की उपलब्धता पर निरंतर नजर रख रहा है।