चीन की मोबाइल कंपनी VIVO इस बार नहीं होगी IPL-2020 के मुख्य स्पॉन्सर

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चीनी मोबाइल कंपनी वीवो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले एडिशन में लीग स्पॉन्सर नहीं होगी. देश में भारी विरोध के बाद VIVO कंपनी की तरफ से यह फैसला मंगलवार को लिया गया. जून में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई भिड़ंत के बाद से ही कई लोगों ने चीनी सामानों का बहिष्कार करने की बात कही थी. इसके अलावा आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने जब स्पॉन्सर रिटेन करने की बात कही थी, तो भी सोशल मीडिया पर लोगों ने इस पर विरोध जताया था. सूत्रों के मुताबिक, कंपनी अगले साल यानी 2021 में स्पॉन्सर रहेगी जो डील 2023 तक चलेगी. इस साल के लिए नए स्पॉन्सर का ऐलान जल्द किया जाएगा.

आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने भी इस बारे में अपनी राय दी है और चीनी कंपनी के साथ करार तोड़ने के लिए बीसीसीआई को कहा है. स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक अश्वनी महाजन ने एक बयान में कहा कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने देश की भावना और आम लोगों के संकल्प के खिलाफ नए आईपीएल सीजन के लिए एक चीनी कंपनी के साथ करार किया है. हम यह मांग करते हैं कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल चीनी कंपनी के साथ करार करने के फैसले पर पुनर्विचार करें.

अगर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने चीनी कंपनी के साथ अपने करार को नहीं तोड़ा तो हम देश की जनता से यह निवेदन करेंगे कि वह आईपीएल का बहिष्कार करें. जहां तक सरकार के हस्तक्षेप की बात है वह किया जाए. यह समझना जरूरी है कि देश से बढ़कर क्रिकेट भी नहीं है. आईपीएल का 13वां एडिशन यूएई में अगले महीने 19 सितंबर से शुरू होगा. इसका फाइनल मैच 10 नवंबर को खेला जाएगा.