छोटे पर्दे से सुपर स्टार गुरमीत चौधरी फिल्मों भी हाथ आज़मा चुके है। गुरमीत ने रामायण, गीत हुई सबसे पराई, पुनर्विवाह जैसे सीरियल्स में काम किया है। लेकिन टीवी से फिल्मों में जाने का उनका ये सफर आसान नहीं था। अपने इस करियर टर्न को लेकर गुरमीत ने कई राज खोले। हाल ही में अपने एक इंटरव्यू के दौरान गुरमीत ने सुशांत से जुड़े कुछ किस्से सुनाए । साथ ही बताया कि सुशांत उनकी ज़िंदगी में कितनी अहमियत रखते थे। गुरमीत ने बताया कि फिल्मों में कदम रखने से पहले कई लोगों ने उन्हें कहा था कि जिन्हें टीवी पर फ्री में देखते हैं उसे क्यों कोई क्यों बड़े स्क्रीन पर देखने के लिए टिकट खरीदेगा।
गुरमीत ने आगे कहा – ”उनके घर के हर कोने में सुशांत की यादें बसी हैं। वह आज जो भी हैं, सुशांत की वजह से हैं। गुरमीत ने अपने करियर का पूरा श्रेय सुशांत को दिया है। वह कहते हैं कि यदि सुशांत टीवी से फिल्मों में नहीं जाते तो आज उन्हें भी शायद फिल्मों में काम नहीं मिलता। सुशांत ने हमलोगों के लिए एक राह बनाई। यदि वह फिल्मों में नहीं जाते और सफल नहीं होते तो शायद बॉलिवुड के मेकर्स कहते कि मुझसे कहते कि तुम्हें टीवी में दर्शकों ने खूब देखा है, भला बड़े पर्दे पर पैसा लगाकर कौन देखेगा। सुशांत ने टीवी सितारों को लेकर बॉलिवुड को नजरिया बदल दिया। सुशांत ने वह दीवार तोड़ी और इसी के बाद मैं भट्ट कैम्प की फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू कर पाया।’
गुरमीत ने यह भी बताया कि वह और सुशांत बिहार के एक ही गांव से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में उनसे शुरू से एक गहरा नाता रहा है। गुरमीत चौधरी ने लोगों से अपील की है कि वह सुशांत के बारे में कुछ भी बोलने से पहले एक बार जरूर सोचें। वह कहते हैं, ‘हम सभी को सुशांत की फैमिली की भावनाओं का खयाल रखना चाहिए। कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए कि उस परिवार पर क्या बीत रही है। मैं भी जानना चाहता हूं कि सच्चाई क्या है। सुशांत मेरा अपना था। मेरे घर के सोफे, कमरे के हर कोने में सुशांत की यादें बिखरी हैं। उनकी बहुत याद आती है।’
सुशांत की गुज़र जाने के बाद एक ही सवाल सभी के ज़हम में है कि ये आत्महत्या है हत्या। इसी सवाल ने गुरमीत को भी परेशान किया हुआहै। गुरमीत बताते हैं, ‘मुझे भी घरवालों और दोस्तों के खूब फोन कॉल्स आ रहे हैं। सब के अंदर एक डर बस गया है। लोग मुझसे कह रहे हैं कि तुम कुछ गलत मत करना, हम तुम्हारी फिल्में देखेंगे। इंडस्ट्री में बहुत कॉम्पिटिशन है। यहां मेंटली स्ट्रॉन्ग रहना पड़ता है। फिल्में फ्लॉप होती हैं तो निराशा और चिंता होती है। करियर खत्म होने का डर रहता है। ऐसे में फैमिली का साथ रहना बहुत जरूरी है।’ गुरमीत अपनी वाइफ को अपना सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम भी बताते है।