अयोध्या पहुंचे CM योगी, सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा, ट्वीट कर कहा- सदियों की प्रतीक्षा अब हो रही पूरी

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करीब 500 साल के लंबे इंतजार के बाद 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों भूमि पूजन और राम मंदिर निर्माण के कार्य का शुभारंभ होना है. सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को अयोध्या पहुंचे हैं, यहां पर सीएम ने तैयारियों का जायजा लिया और सुरक्षा व्यवस्था को परखा. सीएम योगी यहां मौजूद अधिकारियों को निर्देश देते दिखे, उनसे जानकारी लेते हुए नज़र आए. मुख्यमंत्री ने इस दौरान भूमि पूजन स्थल के अलावा हनुमानगढ़ी मंदिर का दौरा भी किया. दरअसल सीएम योगी रविवार को अयोध्या जाने वाले थे, लेकिन कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरुण के निधन के कारण उनका दौरा रद्द कर दिया गया था.

इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से ट्वीट कर लोगों से अपील की गई है. सीएम योगी ने लिखा कि कई शताब्दियों की प्रतीक्षा अब पूर्ण हो रही है, व्रत फलित हो रहे हैं, संकल्प सिद्ध हो रहा है. सभी श्रद्धालुजन घर पर दीप जलाएं, श्रीरामचरितमानस का पाठ करें. प्रभु श्री राम का आशीष सभी जनों को प्राप्त होगा.

इससे पहले शनिवार को अयोध्या दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील की थी कि कोरोना काल में लोग अपने घरों पर ही रहकर रामलला के मंदिर के भूमि पूजन के उत्सव को मनाएं. उन्होंने कहा था कि आधारशिला रखने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आएंगे. उस दौरान पूरी अयोध्या भूमि पूजन में अपने घरों से ही सम्मिलित हों. लोग अपने घरों से ही धार्मिक अनुष्ठान करें और घरों पर ही दीपक जलाएं.

राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए, साधु-संतों के साथ ही राम मंदिर आन्दोलन में शामिल व अन्य गणमान्य लोगों को निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. निमंत्रण पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही विशिष्ट अतिथि के तौर पर आरएसएस (RSS) के सर संघचालक मोहन भागवत का भी नाम है. इसके अलावा गरिमामयी उपस्थिति के तौर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी नाम शामिल है. निवेदक के रूप में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का नाम लिखा है.

बता दें कार्यक्रम के लिए करीब 300 लोगों को न्योता भेजा गया हैं. इसमें बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी का भी नाम शामिल है. हालांकि, कई आमंत्रित लोग कोरोना की वजह से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे. वहीं, उमा भारती ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि वह कोरोना की वजह से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी. हालांकि, वह अयोध्या में मौजूद रहेंगी. इसी तरह इस कार्यक्रम में आमंत्रित सभी लोगों को कोविड-19 टेस्ट करवाना होगा. रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही अयोध्या में एंट्री मिलेगी.