हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद मनो जैसे अडानी ग्रुप का डाउन फॉल शुरू हो गया है। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के कई सारी कम्पनीज में लोअर सर्किट लग गया है। हालही में अडानी ग्रुप ने अपना FPO भी रद्द कर दिया , जबकि FPO पूरी तरह से सब्सक्राइब था। इस FPO को रद्द करने का रीज़न अडानी ने ये बताया की ” हम नहीं चाहते की हमारे इन्वेस्टर का नुकसान हो इस वजह से हम ये FPO रद कर रहे है।”
इन सब खबरो के बीच अडानी ग्रुप को फिच रेटिंग की तरफ से एक राहत की खबर निकल के आ रही है। फिच रेटिंग का कहना की अडानी ग्रुप में किसी भी तरीके से उनके कैश फ्लो में किसी भी तरीके का कोई बदलाव नहीं नज़र आ रहा है। हम लगा तार इस चीज़ पे ध्यान दे रहे है। फिच रेटिंग का ये भी कहना है हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयर में भरी गिरावट नज़र आयी लेकिंन अडानी के नकद लें दें में कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
गिरते शेयर से अडानी पर क्या प्रभाव पड़ा ?
अडानी ग्रुप के शेयर में भरी गिरावट होने से गौतम अडानी दुनिया के सबसे अमीर की सूची में पहले पायदान से हट कर बाइसवे पायदान पे आ गए है। कई इन्वेस्टर का करोडो रूपया डूब गया है इस भारी गिरावट से।