24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध को एक साल हो जायेगा। बिना किसी उकसावे के यूक्रेन पर रूस की इस आक्रामक कार्रवाई के बाद रूस पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ गया था। अमेरिका समेत यूरोपीय देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। अब यूरोपीय संघ (ईयू) ने रूस को टैक्स हेवन ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है।
दरअसल इससे पहले, यूरोपीय संघ के वित्त मंत्रियों ने कहा कि रूस, कोस्टा रिका, ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह और मार्शल द्वीप समूह को यूरोपीय संघ के टैक्स हेवन देशों की सूची में जोड़ा जाएगा। यूरोपीय संघ के वित्त मंत्रियों की बैठक के लिए तैयार किए गए निष्कर्ष के मसौदे में कहा गया है कि रूस की कर प्रणाली बहुत खराब है और उसने अब तक इसे ठीक करने का कोई प्रयास नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संघ ने 2017 में टैक्स हेवन देशों की सूची बनाई थी, जिसमें अब तक 16 देशों को शामिल किया जा चुका है. इनमें अमेरिकन समोआ, एंगुइला, बहामास, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स, कोस्टा रिका, फिजी, गुआम, मार्शल आइलैंड्स, पलाऊ, पनामा, रूस, समोआ, त्रिनिदाद और टोबैगो, तुर्क एंड कैकोस आइलैंड्स, यूएस वर्जिन आइलैंड्स और वानुअतु शामिल हैं।
टैक्स हेवन देश क्या है?
टैक्स हेवन वे देश होते हैं जहां विदेशी निवेशक अपना पैसा रखते हैं और कम या बिल्कुल भी टैक्स नहीं देते हैं। कई कंपनियाँ या व्यवसायी उच्च कर वाले देशों में अपने धन को टैक्स हैवन देशों में या उसके माध्यम से स्थानांतरित करके करों का भुगतान करने से बचते हैं। टैक्स हेवन के रूप में जाने जाने वाले ये देश ऐसी कर नीतियां बनाते हैं जो विदेशी निवेशकों के अनुकूल होती हैं।