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मार्केट में आ गया है ‘दैनिक टूथब्रश’ जो पूरी तरह से ईकोफ्रेंडली है, जानिए क्या है इसकी खासियत?

अगर आपके दांतों में भी दर्द रहता है या मसूड़ों में सूजन बनी रहती है तो ऐसी समस्याओं को अब जड़ से खत्म करने का समय आ गया है। क्या आप जानते हैं कि हमें इन परेशानियां का सामना क्यों करना पड़ता है? इस समस्या का मुख्य कारण है बॉडी के सेंसिटिव व पाचन तंत्र के पहले चरण की शुरुआत करने वाले सबसे अहम भाग में प्लास्टिक टूथब्रश का प्रयोग करना। प्लास्टिक टूथब्रश के लगातार उपयोग करने से इससे निकलने वाले छोटे-छोटे प्लास्टिक कण सीधे हमारे शरीर के पाचन तंत्र में प्रवेश करते हैं जो केवल हमारे मुंह की बीमारियों को दावत देते हैं बल्कि स्वास्थ्य को भी भारी नुकसान पहुंचाते हैं।

यही नहीं इन प्लास्टिक प्रोडक्ट्स के रंगोरोगन के काम में लाए जाने वाले बेहद ही घातक रासायनिक केमिकल से हमारे शरीर में हार्मोनल डिफेक्ट भी हो रहे हैं जिनसे कैंसर, महिलाओं में बांझपन, न्यूरोडेवलपमेंट डिसऑर्डर जैसी कई घातक बीमारियां भी हो सकती हैं। ऐसी तमाम समस्याओं से निजात पाने के लिए आज ही लकड़ी से बने ‘दैनिक’ टूथब्रश को घर ले आना चाहिए,जो न केवल आपको बीमारियों से बचा सकता है बल्कि हमारे वातावरण के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है।

‘दैनिक टूथब्रश’ घर लाए , धरती को मृदा प्रदूषण से बचाए

साल 2013 में की गई एक रिसर्च में पाया गया कि एक टूथब्रश को लगातार अधिकतम 40 दिनों तक ही यूज करना चाहिए। इसके बाद वो प्रभाावहीन हो जाता है। लेकिन इस कारण एक साल में कितने करोड़ प्लास्टिक टूथब्रश कचरे में फेके जाते हैं, आपको शायद ही इस बात की जानकारी होगी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 15 करोड़ प्लास्टिक टूथब्रश कचरे में फेंक दिए जाते हैं जो हमारी धरती की मिट्टी (मृदा) को प्रदूषित करते हैं। वर्तमान समय में टूथब्रश की करीब 70 करोड़ यूनिट की बिक्री हो रही है जिसमें आने वाले दिनों में और भी वृद्धि होगी। इसलिए लगातार बढ़ती आबादी वाले भारत देश में हमें अपनी पृथ्वी को भी प्रदूषण के जहर से बचाने के लिए बम्बू से बने टूथब्रश का उप्रयोग शूरु कर देना चाहिए जो स्वास्थ्य के साथ-साथ पूरी तरह बायोडिग्रीडेबल भी है।

आईए समझ लेते हैं कि क्या होता है ‘बायोडिग्रीडेबल’

‘बायोडिग्रीडेबल’ एक अपघटनीय प्रक्रिया होती है जिसमें कोई भी पदार्थ एक लम्बे समय के बाद छोटे-छोटे घटकों में टूटकर मिट्टी में मिल जाते हैं और धीरे-धीरे पूरी तरह से उस पदार्थ का अस्तित्व समाप्त हो जाता है। इनमे से एक मानव शरीर भी शामिल है।

विज्ञान की भाषा में कहा जाए तो ‘बायोडिग्रेडेबल’ शब्द का इस्तेमाल उन वस्तुओं या चीजों के लिए किया जाता है, जिन्हें प्राकृतिक कारकों जैसे पानी, ऑक्सीजन, सूर्य की पराबैंगनी किरणों, एसिड रेन, सूक्ष्म जीवों आदि के द्वारा बेहद ही आसानी से विघटित किया जा सकता है। जो एक समय की अवधि में बैक्टीरिया, कवक या छोटे कीड़े जैसे कई सूक्ष्म जीवों द्वारा जटिल कार्बनिक यौगिकों की तुलना में सरल इकाइयों में तोड़ दिया जाता है और विघटित होकर अंततः मिट्टी में मिल जाता है।

‘दैनिक टूथब्रश’ से होने वाले फायदे

प्लास्टिक ब्रश की तुलना में अधिक हल्का।

केमिकल कोडिंग से मुक्त।

पूरी तरह इकोफ्रेंडली।

करें दातों की गहरी सफाई।

नो-साइड इफेक्ट्स।

मृदा प्रदूषण को रोकने में सहायक।

‘दैनिक’ टूथब्रश ही क्यों खरीदें?

अगर आपको लकड़ी से निर्मित टूथब्रश की तलाश है तो तुरंत घर बैठे ‘दैनिक’ टूथब्रश के लिए आर्डर कर सकते हैं। यह टूथब्रश बाजार में मौजूद अन्य बायोडिग्रीडेबल ब्रश से भी सस्ता है। हमारा प्रयास धरती को प्लास्टिक मुक्त बनाना है जिसकी शुरूआत हम सबको अपने रोजमर्रा के पहले काम से करनी होगी।

‘दैनिक टूथब्रश’ एक मात्र ऐसा ब्रांड है जो अपने उपभोक्ताओं से खराब हो चुके ‘दैनिक’ टूथब्रश को वापस भी ले लेता है जिसके बाद उन्हें बहुत ही कम कीमत पर नया ‘दैनिक’ टूथब्रश उपलब्ध कराता है। इसके आलावा इस कंपनी के टूथब्रश पर कस्टम अपना नाम भी प्रिंट करा सकता है।

Jyoti Singh

I'm Jyoti Singh As a writer, I feel like I can easily go with the flow of the writing process and knock out an essay in a short period of time by just writing whatever comes to mind without it being a bad paper due to it being done fast. I always do my assignments in one sitting and the day that it is due.Covers Political, Entertainment and Sports News.

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