कोरोनाः दिल्ली में रिकवरी रेट बढ़ने की वजह से कम हुई कंटेनमेंट जोन की संख्या,पाबंदियों से मुक्त हुए ढाई लाख लोग

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक समय जुलाई के अंत तक कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़कर पांच लाख के पार पहुंचने की बात हो रही थी. लेकिन दिल्ली में कोरोना की तेज रफ्तार पर लगाम लगा और संक्रमितों की तादाद में वृद्धि की रफ्तार धीमी पड़ गई. कोरोना संक्रमितों का रिकवरी रेट भी बढ़ा और अब इसका नतीजा यह हुआ कि कंटेनमेंट जोन्स की संख्या भी कम हो रही है.

बढ़ते रिकवरी रेट के साथ ही अब तक कंटेनमेंट जोन कीपाबंदी झेल रहे लोगों को भी बड़ी राहत मिली है. दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की री-डिजाइनिंग की वजह से लगभग ढाई लाख लोग पाबंदियों पाबंदियों से मुक्त हो गए हैं. ‘आजतक’ को मिले सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के 2 लाख 41 हजार 888 लोगों को कंटेनमेंट जोन की पाबंदी से निजात मिल गई है.

दिल्ली में 27 जुलाई को किस जिले में कितने कंटेनमेंट जोन थे और री-डिजाइनिंग के बाद 1 अगस्त तक अलग-अलग जिलों में कितने कंटेनमेंट जोन कम हुए हैं. इसके अलावा इन आंकड़ों में सबसे अहम जानकारी ये है कि दिल्ली के अलग-अलग जिलों में कंटेनमेंट जोन की संख्या अधिक होने की वजह से 27 जुलाई को कितनी आबादी पर प्रतिबंध का असर हो रहा था, और री-डिजाइनिंग के बाद 1 अगस्त तक कितनी आबादी प्रतिबंध से प्रभावित हो रही है.
सेंट्रल दिल्ली जिले में 27 जुलाई को 59 कंटेनमेंट जोन थे. तब 53747 लोग प्रतिबंध से प्रभावित थे. 1 अगस्त को कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 39 हो गई है. अब 8013 लोग प्रतिबंध की जद में हैं.
पूर्वी दिल्ली जिले में 27 जुलाई को 54 कंटेनमेंट जोन थे. 8772 लोग प्रतिबंध से प्रभावित थे. 1 अगस्त को कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 50 हो गई है, जिससे अब 8179 लोग प्रतिबंध से प्रभावित हैं.
नई दिल्ली जिले में 27 जुलाई को 50 कंटेनमेंट जोन थे, तब यहां की 6604 आबादी प्रतिबंध के दायरे में थी. 1 अगस्त को 39 कंटेनमेंट जोन रह गए हैं, जिससे अब 5083 लोगों पर ही प्रतिबंधों का असर होगा.
उत्तरी दिल्ली जिले में 27 जुलाई को 81 कंटेनमेंट जोन थे, तब यहां की 25884 आबादी पर प्रतिबंध का असर था. 1 अगस्त को 59 कंटेनमेंट जोन रह गए, जिससे अब 17088 लोगों पर ही प्रतिबंधों का असर होगा.
उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में 27 जुलाई को 40 कंटेनमेंट जोन थे, जिससे 4352 लोग प्रतिबंध के दायरे में थे. 1 अगस्त को 24 कंटेनमेंट जोन रह गए, जिससे अब 1535 लोग ही प्रतिबंधों से प्रभावित होंगे.
उत्तर पश्चिमी दिल्ली जिले में 27 जुलाई को 49 कंटेनमेंट जोन थे, जिससे 15991 लोगों की आबादी पर प्रतिबंध का असर था, जबकि 1 अगस्त तक कंटेन्मेंट ज़ोन की संख्या घटकर 28 हो गई, जिससे अब 11215 लोग ही प्रभावित होंगे.
शाहदरा जिले में 27 जुलाई को 43 कंटेनमेंट जोन थे. इससे 13566 लोग प्रतिबंध के दायरे में थे. अब कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर सात हो गई है, जिससे 1327 लोगों पर ही प्रतिबंधों का असर होगा.
दक्षिण जिले में 27 जुलाई को 77 कंटेनमेंट जोन थे. इससे 79130 लोगों पर प्रतिबंध का असर था. अब कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 50 रह गई है. इससे 27940 लोग प्रतिबंध के दायरे में होंगे.
दक्षिण-पूर्वी जिले में 27 जुलाई को 31 कंटेनमेंट जोन थे. इससे 73612 लोगों पर प्रतिबंध का असर था. 1 अगस्त को कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 30 रह गई है, जिससे 7517 लोग ही प्रतिबंध के दायरे में होंगे.
दक्षिण-पश्चिमी जिले में 27 जुलाई को 127 कंटेनमेंट जोन थे. इससे 55918 लोगों पर प्रतिबंध का असर था. 1 अगस्त को कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 109 रह गई है. इससे अब 12533 लोग ही प्रतिबंध की जद में होंगे.
पश्चिमी जिले में 27 जुलाई को 104 कंटेनमेंट जोन थे. इससे 10523 लोग प्रतिबंध की जद में थे. 1 अगस्त को कंटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 61 रह गई है, जिससे 5781 लोग प्रभावित होंगे.