चीन की आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस समुद्री जहाज जिसमें सैटेलाइट और मिसाइलों को ट्रैक करने की क्षमता है वो आज यानी मंगलवार को श्रीलंका के दक्षिणी बंदरगाह ‘हंबनटोटा’ पहुंच गया। इस जहाज का नाम ‘युआन वांग 5’ है। कुछ ही दिनों पहले कोलंबो ने भारत की चिंताओं को देखते हुए चीन से इस जहाज का बंदरगाह पर आने का कार्यक्रम टालने का अनुरोध किया था। ‘ड्रैगन’ का बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह निगरानी जहाज ‘युआन वांग 5’ स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर दक्षिणी बंदरगाह हंबनटोटा पहुंचा। यह जहाज 22 अगस्त तक यहां रुकेगा। इस जहाज को पहले 11 अगस्त को बंदरगाह पर पहुंचना था लेकिन श्रीलंकाई प्राधिकारियों से मंजूरी न मिलने के कारण इसके आने में देरी हुई।
ड्रैगन के पास जासूसी करने के लिए युआंग वांग 5 जैसे 7 जहाज हैं। जिन्हें प्रशांत, अटलांटिक और हिंद महासागर में निगरानी करने के लिए उतारा गया है। इनका काम लैंड आधारित कमांडिंग सेंटर को जानकारी भेजना है। युआंग वांग 5 युआन वांग सीरीज की थर्ड जनरेशन की ट्रैकिंग शिप है। ये 29 सितंबर 2007 से सेवा में है। इसे जियांगन शिपयार्ड में बनाया गया था। जब खबर आई कि वह अपने इस जहाज को श्रीलंका भेज रहा है, तो भारत ने ऐतराज जताया था।