टेस्ला इलेक्ट्रिक कार कंपनी की भारत में एंट्री, बेंगलुरु में हुवा रजिस्ट्रेशन, तीन निदेशक भी नियुक्त

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दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्युएबल कार कंपनी टेस्ला अब अंतत: भारत आ रही है. एलन मस्क की इस इलेक्ट्रिक व्हीकल कार कंपनी ने अपने भारतीय सब्सिडियरी को लॉन्च कर दिया है. टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के अलावा रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट भी लगाएगी. बीते 8 जनवरी को ही कर्नाटक के बेंगलुरु में टेस्ला ने इस रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है. इस यूनिट का नाम ‘टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड’ रखा गया है. इस नई यूनिट के लिए वैभव तनेजा, बेंकटरंगम श्रीराम और डेविड जॉन फिन्स्टीन को निदेशका भी नियुक्त कर दिया है. कारॅपोरेट मंत्रालय को दी गई जानकारी में इसका पता चला है.

शुरुआती दौर में टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट नहीं भी सेटअप कर सकती है. ‘शुरू में चीन स्थित टेस्ला की फैक्ट्री से सोर्सिंग प्वाइंट के तौर पर काम कर सकती है. डिमांड बढ़न के बाद कंपनी अपने वाहनों को भारत में एसेंबल करनी शुरू कर सकती है.’

टेस्ला की भारतीय सब्सिडियरी प्राइवेट सेक्टर की अननिस्टेड कंपनी होगी, जिसका अधिकृत कैपिटल करीब 15,00,000 रुपये और पेड-अप कैपिटल करीब 1,00,000 रुपे का होगा.
मंगलवार को ही जानकारी सामने आई थी कि टेस्ला करीब 5 राज्य सरकार से अपनी आॅपरेशन शुरू करने को लेकर बात कर रही है. महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु की सरकारों से कंपनी की बातचीत चल रही है.

कनार्टक सरकार ने पहले ही कुछ लोकेशन की एक लिस्ट का प्रस्ताव रखा है. इसमें से तुमकूर भी एक लोकेशन है, जहां टेस्ला अपनी मैन्यफैक्चरिंग फैसिलिटी शुरू कर सकती हैं. दिसंबर 2020 में ही टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क ने संकेत दिया था कि 2021 में उनकी कंपनी भारत में शुरुआत कर सकती है.