BigBasket के बाद अब 1MG भी होगी Tata Group की, टाटा डिजिटल लिमिटेड ने ई-फार्मेसी कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी लेने का किया ऐलान  

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टाटा संस की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई टाटा डिजिटल लिमिटेड ने कहा कि वह ऑनलाइन स्वास्थ्य देखभाल स्टार्टअप 1एमजी टेक्नोलॉजीज लिमिटेड में बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। हालांकि कंपनी ने इस सौदे के लिए वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं किया है। मालूम हो कि टाटा डिजिटल ने कुछ दिनों पहले ही फिटनेस पर केंद्रित क्योरफिट हेल्थकेयर में लगभग 550 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की थी और अलीबाबा समर्थित देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ग्रॉसरी कंपनी बिग बास्केट में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की थी। 

इस संदर्भ में कंपनी ने कहा कि 1एमजी में उसका निवेश एक डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के टाटा समूह के दृष्टिकोण के अनुरूप है। टाटा डिजिटल ने कहा कि ई-फार्मेसी, ई-डायग्नोस्टिक और टेली-परामर्श इस पारिस्थितिकी तंत्र के महत्वपूर्ण खंड हैं, जो सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में शामिल हैं।

ई-फार्मेसी क्षेत्र में टाटा की क्षमता को मिलेगी मजबूती 
रतन टाटा की कंपनी टाटा डिजिटल के सीईओ प्रतीक पाल ने एक बयान में कहा कि, ‘1एमजी में निवेश से ई-फार्मेसी और ई-डायग्नोस्टिक के क्षेत्र में बेहतर ग्राहक अनुभव और उच्च गुणवत्ता वाले स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद और सेवाएं मुहैया कराने की टाटा की क्षमता को मजबूती मिलेगी।’ 1एमजी के सह-संस्थापक और सीईओ प्रशांत टंडन ने कहा कि टाटा का निवेश कंपनी की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

टाटा डिजिटल-क्योरफिट डील
पहले टाटा डिजिटल ने क्योरफिट हेल्थकेयर में 7.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 550 करोड़ रुपये) का निवेश करने का एलान किया था। लेकिन कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस निवेश से वह कितनी हिस्सेदारी हासिल करेगी। टाटा डिजिटल द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि क्योरफिट के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी मुकेश बंसल टाटा डिजिटल में अध्यक्ष के रूप में एक कार्यकारी की भूमिका में शामिल होंगे, और साथ ही क्योरफिट में उनकी अग्रणी भूमिका बनी रहेगी। गौरतलब है कि टाटा डिजिटल अपने ई-कॉमर्स कारोबार का विस्तार करने के लिए अधिग्रहण पर जोर दे रहा है। कंपनी का मुकाबला फ्लिपकार्ट, अमेजन और रिलायंस रिटेल जैसे दिग्गजों के साथ है।

भारतपे ने किया पेबैक इंडिया का अधिग्रहण 
भुगतान एवं ऋण सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी भारतपे ने गुरुवार को कहा कि उसने अमेरिकन एक्सप्रेस और आईसीआईसीआई इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिक फंड से पेबैक इंडिया का अधिग्रहण किया है। भारतपे ने एक बयान में कहा कि यह उसके द्वारा पहला अधिग्रहण है और पेबैक इंडिया, भारतपे की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी। पेबैक इंडिया की शुरुआत 2010 में हुई थी, और देश में इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या 10 करोड़ से अधिक है। इसके पास 100 से अधिक ऑफलाइन और ऑनलाइन भागीदारों का नेटवर्क है और यह अपने ग्राहकों को अपने भागीदार मर्चेंट आउटलेट पर प्रत्येक लेनदेन पर अंक अर्जित करने और उन्हें भुनाने की सुविधा देता है।