मोदी मंत्रिमंडल की समिति ने गेहूं और मैसलिन आटे के निर्यात पर बैन को दी मंज़ूरी

1166
wheat export ban
wheat export ban

मोदी कैबिनेट की आर्थिक मामलो की समिति ने आटे के निर्यात पर बड़ा फैसला लिया है। समिति ने अपनी मीटिंग में गेहूं और मैसलिन आटे के एक्सपोर्ट पर बैन लगाने को अपनी मंजूरी दे दी है।

आपको बता दें कि वर्ष 2021-22 में इंडिया ने 24 करोड़ 65.7 लाख डॉलर के गेहूं के आटे का निर्यात किया था। बीते मई महीने में भीषण गर्मी के दौरान गेहूं की उपज से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए मोदी सरकार ने इसकी बढ़ रही दामों को नियंत्रित करने के लिए गेहूं के। एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया था।

गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन जंग के चलते पूरी दुनिया में आटे के एक्सपोर्ट में 25% की हिस्सेदारी है। वर्तमान में दोनों देशों के बीच जारी युद्ध से वहां से आटे का निर्यात नहीं हो पा रहा है। दूसरी ओर इस जंग के कारण दुनियाभर की सप्लाई लाइन भी प्रभावित है। इन कारणों के ग्लोबल मार्केट में गेहूं के भाव बढ़े हुए हैं। इस स्थिति में कारोबारी आटे के निर्यात में अधिक दिलचस्पी लेते हैं जिससे देश में गेहूं और आटे की कीमतें बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है।