आज रिटले इंवेस्‍टर्स के पास है सस्‍ते में शेयर खरीदने का मौका, IRCTC को पहले दिन मिला दोगुना सब्‍सक्रिप्‍शन

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सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन की बिक्री पेशकश को पहले दिन नॉन-रिटेल इंवेस्‍टर्स की अच्छी प्रतिक्रिया मिली. पहले दिन इस श्रेणी के लिये तय आकार से करीब दोगुना बोलियां हासिल हुईं. डिपार्टमेंट ऑफ इंवेस्‍टमेंट एंड पब्लिक एसेट्स मैनेजमेंट के सचिव तुहीन कांत पांडे ने बताया कि रिटेल इंवेस्‍टर्स को आईआरसीटीसी की बिक्री पेशकश (OFS) के लिए बोली लगाने का मौका आज यानी 11 दिसंबर 2020 को मिलेगा. यह बिक्री पेशकश का दूसरा और अंतिम दिन होगा.

केंद्र सरकार आईआरसीटीसी में खुली बिक्री पेशकश के जरिये अपनी 20 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है. यह बिक्री बृहस्पतिवार को बोली लगाने के लिए खुल चुकी है. इस खुली पेशकश के लिए न्यूनतम दाम 1,367 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. पेशकेश के तहत सरकार कुल 3.2 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगी. इससे केंद्र को 4,374 करोड़ रुपये हासिल होने होने की उम्मीद है. कंपनी में सरकार की 87.40 फीसदी हिस्सेदारी है. कैपिटल मार्केट रेग्‍युलेटर सेबी के दिशानिर्देशों के तहत सरकार को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करके 75 फीसदी करनी होगी. आईसीटीसी का शेयर बंबई शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को 1,451.95 रुपये पर बंद हुआ. पिछले दिन के मुकाबले यह 10.27 फीसदी नीचे रहा.

सरकार की ओर से तय किया गया फ्लोर प्राइस आईआरसीटीसी के बुधवार को बंद हुए भाव से 16 फीसदी कम है यानी निवेशकों को 16 फीसदी छूट के साथ निवेश करने का मौका मिलेगा. बता दें कि बुधवार को कंपनी के शेयर 1618.05 रुपये के भाव पर बंद हुए थे. फरवरी 2020 में कंपनी के शेयर ने 52 हफ्ते के सर्वोच्‍च स्‍तर 1995 रुपये को छुआ था. इसके बाद मार्च में ये लुढ़ककर 74.85 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया था. बता दें कि आईआरसीटीसी ने अक्टूबर 2019 में अपना आईपीओ लॉन्च किया था, जिसे निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली थी. आईपीओ के जरिये सरकार ने करीब 645 करोड़ रुपये जुटाए थे और 12.60 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी.

आईआरसीटीसी का शुद्ध लाभ  30 सितंबर 2020 को खत्‍म हुई दूसरी तिमाही के दौरान 67.3 फीसदी घटकर 32.63 करोड़ रुपये रह गया था. पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 99.82 करोड़ रुपये रहा था. वहीं, सितंबर 2020 तिमाही के दौरान आईआरसीटीसी की कमाई में 83 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और ये 88 करोड़ रुपये रह गई. पिछले साल की समान अवधि में कंपनी को 533 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी. बता दें कि ऑफर फॉर सेल (OFS) शेयरों की बिक्री का तरीका है. इसके जरिये भारतीय शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कंपनियों के प्रमोटरों को आसानी से शेयर इश्यू करने का रास्ता देता है. यह इश्यू मौजूदा शेयरधारकों के बीच ही जारी होता है.