सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने अपनी सभी इकाइयों को ठेका कार्यों पर खर्चों में कटौती करने का निर्देश दिया है, इससे 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे.
बीएसएनएल ने अपनी सभी इकाइयों को ठेका कार्यों पर खर्चों में कटौती करने का निर्देश दिया है, जिससे 20,000 कर्मचारी ‘बेरोजगार’ हो जाएंगे. ये दावा बीएसएनएल की कर्मचारी यूनियन ने किया है.
यूनियन ने यह भी दावा किया है कि कंपनी के 30,000 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को पहले ही बाहर किया जा चुका है. साथ ही ऐसे कर्मचारियों का पिछले एक साल से अधिक का भुगतान नहीं किया गया है. बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी के पुरवार को लिखे पत्र में यूनियन ने कहा है कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) के बाद कंपनी की वित्तीय स्थिति और खराब हुई है. विभिन्न शहरों में श्रमबल की कमी की वजह से नेटवर्क में खराबी की समस्या बढ़ी है.