उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 3807 नए मामले, 47 मौते, मृतकों का आंकडा हुआ 1677

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    उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से 47 और मौतें होने के साथ ही शनिवार को मृतकों का आंकडा बढकर 1677 हो गया. अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में उपचाराधीन मरीज 36,037 हैं जबकि 51,354 लोगों को संक्रमण से मुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है. बीते 24 घंटे में संक्रमण के 3807 नये प्रकरण सामने आये. उन्होंने बताया कि अब तक 1677 लोगों की मौत इस संक्रमण की वजह से हो चुकी है. इस बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में हुई कोरोना संक्रमण से 47 मौतों में से छह मौतें लखनऊ में हुईं. बरेली में पांच, प्रयागराज में चार, कानपुर नगर, गोरखपुर में तीन तीन मौतें हुईं. बुलेटिन में बताया गया कि कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक सबसे अधिक 202 मौतें कानपुर में हुई हैं. मेरठ में 108 और लखनऊ में 101 लोगों की मौत हुई.

    राजधानी लखनऊ में बीते 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक 363 नये मामले सामने आये. कानपुर नगर में 317, प्रयागराज मे 231 और वाराणसी में 229 नये मामले सामने आये. अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शुक्रवार को राज्य में 93,381 नमूने जांचे गये और इस प्रकार अब तक कुल 24,18,809 नमूनों की जांच की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि हम लगातार 90 हजार, एक लाख या एक लाख से उपर जांच कर रहे हैं और ये जांच एंटीजन, आरटीपीसीआर और ट्रूनेट के माध्यम से हो रही है.

    प्रसाद ने जांच बढ़ाने का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब अधिकांश जनपदों में ”ऑन डिमांड” टेस्टिंग की व्यवस्था हो गयी है, पहले प्रोटोकाल के अनुसार लोगों को चयनित कर टेस्ट करते थे लेकिन अब अगर किसी व्यक्ति को खुद में लक्षण दिखायी पड़ते हैं तो जो भी हमारे स्टैटिक बूथ हैं, कोई भी व्यक्ति वहां जाकर अपनी जांच करा सकता है. उन्होंने कहा कि सेमी पेड या निजी चिकित्सालय की व्यवस्था जो लोग नहीं चाहते, उनके लिए एल—1, एल—2 और एल—3 कोविड अस्पतालों की व्यवस्था है, जहां एक लाख 51 हजार से अधिक बेड हैं और इलाज नि:शुल्क है.

    उन्होंने निगरानी का जिक्र करते हुए कहा कि कुल 41,904 क्षेत्रों में कंटेनमेंट का कार्य हुआ है. इनमें 1,49,31,897 घरों में 7,56,14,060 लोगों का सर्विलांस किया गया है. प्रसाद ने बताया कि शनिवार से विश्व स्तनपान सप्ताह शुरू हुआ है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इसका शुभारंभ किया. छोटे बच्चों और नवजात के लिए स्तनपान अनिवार्य है.