ओडिशा-आंध्र प्रदेश में ‘जवाद’ को लेकर खास सतर्कता, विशाखापत्तनम से करीब 230 किमी दूर है चक्रवाती तूफान

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    बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव अब चक्रवात ‘जवाद’ में बदलता दिखाई दे रहा है. जवाद रविवार को ओडिशा पहुंच सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है. मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात से जिन इलाकों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है उनमें उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिले शामिल हैं. इसके अलावा ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी, नयागढ़, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिले के कई इलाके शामिल हैं. चक्रवात जवाद के कारण आज आंध्र प्रदेश से लेकर ओडिशा के कई इलाकों में बारिश की आशंका है.

    रविवार को पुरी के तटों से टकराने की आशंका

    मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र की माने तो चक्रवात आज उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंचने की आशंका है. यह तूफान ओडिशा और निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के तट के पास से होते हुए उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर आगे बढ़ेगा. मौसम विभाग की माने तो पांच दिसंबर यानि रविवार को दोपहर तक पुरी के आसपास के तटों से टकराने की आशंका है.

    मौसम विभाग के मुताबिक 65 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उत्तरी आंध्र प्रदेश तट और ओडिशा तट के पास तेज हवाएं चलने की आशंका है. ये हवाएं आज शाम से चल सकती है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया है कि ये हवाएं अगले 12 घंटों तक चल सकती हैं. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवाती तूफान अस्थायी समय के लिए समुद्र में बड़े तूफान में बदल सकता है.

    सऊदी अरब ने रखा है नाम

    मौसम विभाग के महानिदेशक के अनुसार तूफान के दौरान हवाएं करीब 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं. हवा की गति रविवार सुबह से लेकर अगले 12 घंटों तक 80 किमी प्रति घंटा रहने की संभावना है. इस चक्रवात का नाम ‘जवाद’ सऊदी अरब ने रखा है. आईएमडी के मुताबिक शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.