अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार का एलान, मोहम्मद हसन अखुंद बने प्रधानमंत्री

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    अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार के गठन की शुरुआत हो गई है. मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद (Mohammad Hasan Akhund) को अफगानिस्तान का नया प्रधानमंत्री बनाया गया है. साथ ही अब्दुल गनी बरादर (Abdul Ghani Baradar) को उप प्रधानमंत्री बनाया गया है. खैरउल्लाह खैरख्वा को सूचना मंत्री बनाया गया है.

    मव्लावी हन्नाफी को सेकंड डिप्टी लीडर बनाया गया है. मुल्ला याकूब रक्षा मंत्री, सिराजुद्दीन हक्कानी को आतंरिक मामलों का मंत्रालय दिया गया है. इसके साथ ही अब्दुल हकीम को न्याय मंत्रायल दिया गया है. शेर अब्बास स्टानिकजई को डिप्टी विदेश मंत्री का जिम्मा दिया गया है.

    बता दें कि पिछले कई दिन से तालिबान की नई सरकार के गठन की चर्चा चल रही थी. कई दिन से कयास लगाये जा रह थे कि जल्दी ही तालिबान की नई सरकार का गठन होगा, लेकिन पिछले कई दिन से गठन टल रहा था. 20 साल बाद एक बार फिर तालिबान अफगानिस्तान में सरकार बनाने में सफल रहा है. 1996 से 2001 तक तालिबान सत्ता में था. अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले के बाद तालिबान के बुरे दिन शुरू हुए थे और अमेरिका ने हमला कर तालिबान को सत्ता से हटा दिया था. 20 साल तक अमेरिका अफगानिस्तान में रहा, लेकिन 2018 से अमेरिका ने अफ़ग़ानिस्तान को छोड़ने की कोशिशों पर तालिबान से बातचीत शुरू की और 31 अगस्त को अमेरिकी सैनिकों ने पूरी तरह से अमेरिका छोड़ दिया. उम्मीद जताई जा रही थी कि तालिबान को अफ़ग़ानिस्तान पर अधिकार करने में कुछ महीने लगेंगे, लेकिन तालिबान ने 10 दिन से कम समय में ही काबुल को भी कब्जे में ले लिया. अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ कर भाग गए.

    तालिबान का लगभग पूरे अफगानिस्तान पर अधिकार कर लिया है. पंजशीर ही ऐसा प्रांत है, जहाँ तालिबान अब तक पूरी तरह से नहीं पहुँच पाया है. यहाँ तालिबान विद्रोहियों से तालिबान लड़ाकों की जंग चल रही है.