BHU ने लोन स्कीम शुरू की है. इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स को लोन दिया जाएगा और इस लोन पर कोई ब्याज नहीं लगाया जाएगा. यानी यह पूरी तरह से ब्याज मुक्त ऋण सहायता योजना है.
BHU द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस स्कीम का फायदा वे स्टूडेंट्स उठा सकेंगे, जिनके पास BPL कार्ड है या जिनके माता-पिता COVID-19 के कारण अब इस दुनिया में नहीं रहे और बच्चा उनकी ही कमाई पर निर्भर था, तो ऐसे छात्रों को 12000 रुपये की वार्षिक सहायता दी जाएगी.
यह कदम इसलिये उठाया गया है, ताकि वह बिना किसी रुकावट के, यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें. हालांकि, इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए उन्हें दो फैकल्टी मेमबर के रिकमंडेशन के भी जरूरत पड़ेगी.
छात्रों की पढ़ाई पूरी होने के बाद जब उनकी नौकरी लग जाएगी, तब वे दो साल में आसान किश्तों में लोन वापस कर सकते हैं. लोन चुकाने की जिम्मेदारी छात्रों के माता-पिता पर नहीं होगी और ना ही फैकल्टी मेम्बर पर, जिन्होंने छात्र का नाम रिकमंड किया.