Birthday Special : आसमान की रौनक बढ़ा रहे इस सितारें की एक्टिंग के आज भी हैं लोग क़ायल..

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birthday special
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बॉलीवुड में यू तो कई स्टार्स ने अपनी एक्टिंग से लोगो को अपना दीवाना बनाया हैं लेकिन हर स्टार का एक समय पर स्टार्डम कम या यू कहे की खत्म हो जाता हैं पर कुछ ऐसे भी सितारें होते हैं जो कितना भी समय बीत जाये लेकिन उसकी एक्टिंग लोगों को इस कदर अपना दीवाना बनाती हैं की सबके दिलों पर अपना छाप छोड़ जाती हैं अब आप सच्च रहे हो की आज हम इस तरह की क्यों बातें कर रहे हैं जी हाँ बॉलीवुड का ऐसा सितारा जिसने ना केवल अपनी एक्टिंग की छाप बल्कि लोगों के दिलों में इस कदर जगह बनाई की आज वो सितारा भले ही आसमान की रौनक बढ़ा रहा हो लेकिन जब भी उसका नाम आता है तो लोगों की आँखों में पानी भर जाता हैं जी हां हम बात कर रहे हैं फिल्मों में अपनी आँखों से बहुत कुछ कह जाने वाले दिवंगत अभिनेता इरफ़ान खान की आज उनकी बर्थ एनिवर्सरी है 7 जनवरी 1967 को जन्मे इरफान खान की गिनती फिल्म इंडस्ट्री के सबसे मंझे हुए कलाकारों में होती है बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक अपने दमदार किरदार अभिनय का परचम लहराने वाले इरफान खान आज भले ही दुनिया में नहीं है लेकिन वह हमेशा अपने अभिनय से लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे इरफान खान का नाम आते ही हमें उनके द्वारा निभाए गए किरदार याद आने लगते हैं फिल्म की स्टोरी कैसी भी हो इंसान अपने अभिनय से हर एक किरदार में जान फूंक देता हैं वही इरफान खान की परिवारिक बात करें तो इनका जन्म जयपुर के एक मुस्लिम पठान परिवार में हुआ था आज अगर अभिनेता जिंदा होते तो अपना 56 वां जन्मदिन मना रहे होते तो चलिए जन्मदिन के इस खास मौके पर अभिनेता से जुड़ी कुछ खास बातें जानते हैं

अभिनेता से जुड़ी कुछ खास बातें जानते

इरफान खान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान था उनके पिता टायर का व्यापार करते थे इरफान खान का शुरुआती जीवन भले ही संघर्षों से भरा रहा है लेकिन हिंदी सिनेमा में जो उन्होंने अपनी अदायगी का कमाल दिखाया है उसे फैंस को भूलने में जन्म लग जाएंगे हालांकि यह बहुत कम लोग जानते हैं कि इरफान ने सिनेमा का रास्ता काफी बाद में चुना है उनकी सबसे पहली मोहब्बत क्रिकेट थी लेकिन अफसोस कि वह मोहब्बत अधूरी रह गई जी हां इरफ़ान को क्रिकेट का बेहद शौक था वह क्रिकेट की दुनिया में ऑलराउंडर रहे हैं सिर्फ इतना ही नहीं जयपुर की टीम में युवा खिलाड़ी थे इसी की बदौलत युवावस्था में उनको बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंट सीके नायडू ट्रॉफी के लिए भी चुन लिया गया था लेकिन ₹600 ना होने के कारण वे इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाए थे जी हाँ इरफान खान को एक शहर से दूसरे शहर इस क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए जाना था लेकिन उस समय उनके पास पैसे नहीं थे इस बात का खुलासा इरफान ने साल 2014 में दिए एक इंटरव्यू में किया था उन्होंने बताया था कि वह ₹600 के लिए किसी से नहीं पूछ सकता था क्योंकि जब नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के लिए ₹300 की जरूरत थी उसे जुटाना उनके लिए कठिन था आखिरकार उनकी बहन ने उनके लिए पैसे जुटाए थे इसी वजह से उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था

कोलन इन्फेक्शन ने उनकी जान ले ली

फिलहाल इरफान खान ने हिंदी सिनेमा को एक से बढ़कर एक फिल्में दी है उन्होंने अंग्रेजी मीडियम, हिंदी मीडियम, द लंचबॉक्स, पीकू, बिल्लू बारबर, करीब करीब सिंगल, मदारी मकबूल, हैदर, रोग हासिल, थैंक्यू, साहब बीवी और गैंगेस्टर, सलाम मुंबई जैसी बेहतरीन फिल्मों में भी काम किया है इरफान खान को पहले कैंसर हुआ और जब वह कैंसर से ठीक होकर घर लौटे तो 29 अप्रैल 2020 को कोलन इन्फेक्शन ने उनकी जान ले ली इरफान खान का जाना उनके चाहने वाले को आज भी खलता है